सोमवार, 18 जुलाई 2022

मंत्री पुत्र धर्मपुर में कर रहा है चुनाव आचार संहिता का उलंघन! पूर्व ज़िला परिषद सदस्य ने चुनाव आचार संहिता के दौरान टिफ़िन वितरण अभियान पर रोक लगाने की उठायी मांग

 मंत्री पुत्र धर्मपुर में कर रहा है चुनाव आचार संहिता का उलंघन!

पूर्व ज़िला परिषद सदस्य ने चुनाव आचार संहिता के दौरान टिफ़िन वितरण अभियान पर रोक लगाने की उठायी मांग


BHK NEWS HIMACHAL

धर्मपुर विकास खण्ड में एक पँचायत समिति वार्ड के उपचुनाव होने के कारण 14 जुलाई से चुनाव आचार संहिता लागू है।लेकिन जलशक्ति मंत्री का बेटा चुनाव सहिंता की धज्जियां उड़ाते हुए पंचायतों में महिलाओं को टिफ़िन सैट बांट रहा है और प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है।ये बात पूर्व ज़िला परिषद सदस्य व माकपा नेता भूपेन्द्र सिंह ने कही और प्रशासन से चुनाव आचार संहिता के दौरान इस टिफ़िन वितरण अभियान को रोकने की मांग की है।उन्होंने कहा कि धर्मपुर पँचायत समिति के तौरजाजर पँचायत समिति वार्ड सदस्य के चुनाव घोषित शेड्यूल में चुनाव होने हैं जिसके कारण 14 जुलाई से राज्य चुनाव आयोग ने चुनाव आचार संहिता लागू कर दी है।लेकिन मंत्री पुत्र रजत ठाकुर पिछले तीन दिनों से पंचायतों में टिफ़िन बांट रहे हैं जिसके चलते उन्होंने गत दिवस 17 जुलाई को सजाओपीपलु ग्राम पंचायत में पँचायत प्रधान, उपप्रधान के सहयोग से महिलाओं को ये वितरण किया है।भूपेंद्र सिंह ने कहा कि धर्मपुर विधान सभा क्षेत्र में एक तरफ़ सरकारी नियमों को ताक पर रखकर मंत्री का बेटा अघोषित विधायक की भूमिका निभा रहा है और सभी कार्यक्रमों में अपने पिता श्री के स्थान पर मुख्यथि बनाया जाता है और अब वह चुनाव आयोग के निर्देशों को धत्ता बताकर समारोह आयोजित कर रहा है और महिलाओं को टिफ़िन सैट बांट रहा है।उन्होंने ने आरोप लगाया है कि मंत्री के बेटे की अध्यक्षता में बनी सहारा फाउंडेशन के माध्य्म से धर्मपुर में अघोषित चुनाव प्रचार प्रसार किया जा रहा है।जिसके तहत उन्होंने दो माह पहले सभी महिला मण्डलों को गद्दे बांटे और धामें खिलाई औऱ डीजे पर नाच गाना किया था और अब उसी संस्था के बैनर तले महिलाओं को टिफ़िन बांटे जा रहे हैं।भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मंत्री के बेटे की इस संस्था को धर्मपुर में सरकारी कामों में हो रहे भरस्टाचार की काली कमाई का पैसा इकठ्ठा किया जाता है और उसे फ़िर जनसेवा के नाम पर बांटा जा रहा है।उन्होंने ये भी आरोप लगाया है कि एक साल पहले बनी इस संस्था के पास इतना पैसा कहां से आया इसकी विजिलेंस जांच होनी चाहिये जिससे यह पता चल जाएगा कि धर्मपुर के कितने ठेकेदारों और पाइपें सप्लाई करने वाली कम्पनियों ने कितना पैसा इसको दिया है।उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस संस्था ने ग्राम पंचायतों से जबरदस्ती इसका सर्वेक्षण भी करवाया और फ़िर सभी चुने हुए पँचायत प्रतिनिधि मंत्री पुत्र के प्रचार में लगाये गए हैं  और उनके स्वागत में फूलमालाएं लेकर खड़े रहते हैं।उन्होंने कहा कि जलशक्ति मंत्री बेटे को तीन महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए प्रचारित कर रहे हैं और यदि भाजपा उन्हें परिवारवाद के चलते टिकट नहीं देगी तो वे उसे किसी दूसरे दल या निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में भी चुनाव में उतार सकते हैं।इसलिए मंत्री ने अपने बेटे को प्रचारित करने के लिए इस गैर सरकारी संस्था का सहारा लिया है और इसी संस्था के जरिये ही काला धन इकठ्ठा किया जा रहा है।जिसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिये।



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें