सीटू और किसान सभा 1 मार्च से छेड़ेगी जनसंपर्क अभियान,15 मार्च को खण्ड स्तर पर और 5 अप्रैल को दिल्ली में होगी रैली
सीटू और किसान सभा 1 मार्च से छेड़ेगी जनसंपर्क अभियान,15 मार्च को खण्ड स्तर पर और 5 अप्रैल को दिल्ली में होगी रैली
BHK NEWS HIMACHAL
मंडी:मज़दूर-किसान सयुंक्त ज़िला स्तरीय सम्मेलन आज कॉमरेड तारा चन्द भवन में आयोजित किया गया।जिसकी अध्यक्षता सीटू के ज़िला प्रधान भूपेंद्र सिंह और किसान सभा के ज़िला उपाध्यक्ष बिहारी लाल ने की और सीटू के राज्य महासचिव प्रेम गौतम ने सम्मेलन का उदघाटन किया औऱ हिमाचल किसान सभा के राज्य महासचिव होतम सौंखला ने किसानों की स्थिति और मांगों बारे में बात रखी।प्रेम गौतम ने कहा कि केंद्र सरकार की किसान और मज़दूर विरोधी नीतियों के ख़िलाफ़ आगामी 5 अप्रैल को संसद भवन दिल्ली पर विरोध रैली निकाली जा रही है जिसमें दस लाख मज़दूर किसान भाग लेंगें।प्रेम गौतम ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार निरन्तर मज़दूरों और किसानों के ख़िलाफ़ नीतियां बना रही है।सरकार बाल विकास, मिड डे मील, स्वास्थ्य, मनरेगा योजना के बजट में निरन्तर कटौती कर रही है और सभी सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थानों को निजी हाथों को बेच रही है।मोदी सरकार ने इस बजट में ही मनरेगा के बजट में 33 प्रतिशत कटौती कर दी है जिसकारण अब मज़दूरों को निर्धारित दिनों का काम नहीं मिल पाएगा।सभी प्रकार के स्थाई रोज़गार ख़त्म किये जा रहे हैं और ऑउटसोर्सिंग,ठेके और फिक्स्ड टर्म का रोज़गार दिया जा रहा है।मज़दूरों के अधिकारों की रक्षा के लिए बने 44 श्रम क़ानूनों को समाप्त करके चार सहिंताओं में बदला जा रहा है।लेकिन मज़दूर संगठनों के विरोध के कारण अभी तक वे इन्हें लागू नहीं किया जा सका है।इसलिए ट्रेड यूनियनों की सरकार से मांग है कि इन सहिंताओं को रद्द किया जाये।किसान सभा के राज्य सचिव होतम सौंखला ने कहा कि देश के स्तर पर पिछले साल सयुंक्त किसान मोर्चे के लंबे सँघर्ष के बाद तीन कृषि क़ानूनों को वापिस लेना पड़ा था लेक़िन न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी का वादा केंद्र सरकार ने अभी तक पूरा नहीं किया है और स्वामीनाथन कमीशन की रिपोर्ट भी लागू नहीं कि है।हिमाचल प्रदेश में फोरलेन, राष्ट्रीय उच्च मार्ग और हवाई अडडों के लिए अधिकृत की जा रही भूमि का चार गुणा मुआवजा देने की सरकार से मांग की जाएगी।बल्ह में बनाये जाने वाले हवाई अड्डे का विरोध किया जाएगा और इसे किसी गैर उपजाऊ भूमि पर बनाया जाये।इसके अलावा जंगली जानवरों और आवारा पशुओं,लंपि रोग, खाद बीज की समस्या के समाधान की भी मांग उठाई जायेगी।सम्मेलन में निर्णय लिया गया कि सीटू से जुड़ी यूनियनें और हिमाचल किसान सभा 1 मार्च से घर घर संपर्क अभियान शुरू करेगी और पहले चरण में 15 मार्च को खण्ड व ज़िला स्तर पर प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे।दूसरे चरण में 5 अप्रैल तक चलाया जाएगा और दिल्ली संसद भवन के बाहर होने वाली रैली तक चलेगा।जिसके तहत 20 हज़ार घरों में दस्तक दी जायेगी और पर्चा वितरण किया जायेगा।15 मार्च को मंडी, सरकाघाट, धर्मपुर, पधर, जोगिन्दरनगर,निहरी, बालीचौकी और जंजैहली में प्रदर्शन किये जायेंगे।
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