*शोध हिमाचल प्रदेश द्वारा आयोजित 3 दिवसीय कार्यशाला का आज दूसरा दिन रहा जिसमे 4 विभिन्न सत्र का आयोजन् किया गया*
शोध हिमाचल प्रदेश द्वारा आयोजित 3 दिवसीय कार्यशाला का आज दूसरा दिन रहा जिसमे 4 विभिन्न सत्र का आयोजन् किया गया। यह कार्यशाला विधि विभाग के कॉन्फ्रेंसिंग हॉल में आयोजित की जा रही है। इसमें 10 विभिन्न-2 विश्वविद्यालयों से 60 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। आज के पहले सेशन् में प्रोफेसर हरीश ठाकुर जी ने " Research design and how to write research proposal" विषय पर अपना व्याख्यान रखा। जिसमे उन्होंने शोधार्थियों को एक अच्छा रिसर्च प्रपोजल बनाने और रिसर्च प्रपोजल को बनाने मे किन किन बातो का ध्यान रखा जाये के बारे मे बताया उन्होंने रिसर्च डिज़ाइन के ऊपर भी विस्तार से अपना व्याख्यान रखा । दूसरे सेशन मे श्रीमान शशांक तिवारी जी ने " फंडिंग एजेंसीज ऊपर व्याखान रखा।उन्होंने बताया कि रिसर्च में फंड की क्या उपयोगिता है। साथ ही उहोंने विस्तारपूर्वक जानकारी रखते हुए कहा की हमारे देश मे रिसर्च फण्ड के लिए मुख्यतः तीन तरह की एजेंसीज है गवेर्मेंट फंडीड, प्राइवेटव फंडीड और इंटरनेशनल एजेंसीज जिसमे सबसे ज्यादा फंड गवेर्मेंट एजेंसीज के द्वारा प्रदान किया जाता है। उन्होंने सभी एजेंसीज की जानकारी रखते हुए बताया की किस तरह से हम अपनी रिसर्च के लिए फंड का प्रावधान कर सकते है।
आज के तीसरे और चौथे सेशन् में डॉ शशी कपूर जी और डॉ आशीष सेहजपाल जी ने "Data analysis using SPSS के ऊपर व्यखान रखा। डॉ शशी कपूर ज़ी SPSS के बारे में बताते हुए कहा कि SPSS एक काफी पुराना और विश्वसनीय Data Analysis सॉफ्टवेयर पैकेज है,इसे शोधकर्ताओं द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में जैसे की Scientific Research के लिए,Market Research के लिए,Health Research में ,और Survey Companies तथा Data Miners, इत्यादि द्वारा भी विभिन्न प्रकार के डाटा के संपादन (Editing) और विश्लेषण (Analysis) के लिए उपयोग किया जाता है। डॉ आशीष सैजपाल ने शोधार्थियो को Spss के विभीन्न टूल्स को अपने शोध में इस्तेमाल करना सिखाया।
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