सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

• नहीं रहे प्रखर माक्सवादी चिंतक और हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के पूर्व अध्यक्ष प्रो. एम के शर्मा • समिति ने प्रो. शर्मा के निधन पर जताया शोक



•  नहीं रहे प्रखर माक्सवादी चिंतक और हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के पूर्व अध्यक्ष प्रो. एम के शर्मा

•  समिति ने प्रो. शर्मा के निधन पर जताया शोक




हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के एमबीए विभाग के विभागाध्यक्ष, हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के पूर्व राज्याध्यक्ष, राज्य संसाधन केन्द्र, शिमला के चेयनपर्सन और प्रखर मार्क्सवादी चिंतक प्रो. एमके शर्मा नहीं रहे। मंगलवार की सुबह दिल्ली में उनका निधन हो गया। प्रो. शर्मा के निधन पर हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति और राज्य संसाधन केन्द्र, शिमला ने गहरा शोक व्यक्त किया है। समिति के संस्थापक राज्याध्यक्ष और वर्तमान में संसाधन केन्द्र के चेयरपर्सन डॉ. कुलदीप सिंह तँवर ने कहा कि एमके शर्मा न केवल एके प्रगतिशील विचारक थे बल्कि एक अच्छे प्रेरक भी थे। उन्होंने विश्वविद्यालय में हज़ारों युवाओं को प्रगतिशील विचारधारा से जोड़ा। डॉ. तँवर ने कहा कि प्रो. एमके शर्मा उनके गुरू रहे और प्रो. शर्मा के मार्गदर्शन में ही उन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से एमबीए और डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की। डॉ. तँवर ने कहा कि वन विभाग में नौकरी करते हुए ट्रेड युनियन का नेतृत्व करने और बाद में जन विज्ञान आन्दोलन में काम करते हुए प्रो. शर्मा का मार्गदर्शन लगातार उन्हें मिलता रहा। डॉ. तँवर ने प्रो. शर्मा का निधन उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है। 

वहीं हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के राज्य सचिव जीयानन्द शर्मा ने कहा कि प्रो. एमके शर्मा के निधन से जन विज्ञान आन्दोलन और प्रगतिशील आन्दोलन को गहरा धक्का पहुंचा है। उन्होंने कहा कि 2008-09 में प्रो. शर्मा हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के राज्याध्यक्ष रहे।  

राज्य संसाधन केन्द्र के निदेशक डॉ. ओम प्रकाश भूरेटा ने प्रो. शर्मा के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि उनके चेयरपर्सन रहते हुए राज्य संसाधन केन्द्र ने उनके मार्गदर्शन में देश भर में बेहतर प्रदर्शन किया और छोटा राज्य होने के बावजूद राज्य संसाधन केन्द्र शिमला देश भर में अव्वल रहा। 

शोक प्रकट करने वालों में हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के अध्यक्ष वीरेन्द्र कपूर, समिति के पूर्व सचिव सज्यवान पुण्डीर शामिल रहे।






टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सुंदरनगर पुलिस की दरिंदगी का शिकार बना नाबालिग छात्र, पूछताछ के दौरान फाड़ा कान का पर्दा।

 सुंदरनगर पुलिस की दरिंदगी का शिकार बना नाबालिग छात्र, पूछताछ के दौरान फाड़ा कान का पर्दा। सुंदरनगर उपमंडल के अंतर्गत आने वाली चौक पंचायत के नौलखा गांव के रहने वाले आई.टी.आई प्रशिक्षु नाबालिग छात्र आदित्य ठाकुर सपुत्र स्वर्गीय श्री खूब राम का सुंदरनगर देवता मेला में चोरी के आरोप में सुंदरनगर पुलिस स्टेशन के भीतर पूछताछ के दौरान आवश्यकता से अधिक बल प्रयोग कर पुलिस कार्मिकों ने उसका एक कान का पर्दा फाड़ कर उम्र भर के लिए दिव्यांग बना दिया। युवक के अभिभावकों द्वारा सुंदरनगर के नागरिक अस्पताल में सक्षम चिकित्सा अधिकारी के समक्ष शुक्रवार के दिन चिकित्सा जांच करवाई गई। इस जांच में पता चला है,कि उक्त छात्र का कान का पर्दा भंग हो चुका है। दरअसल आदित्य और उसका दोस्त अनुज पुत्र श्री बसंत राम गांव कांगू निवासी आई.टी.आई से छुट्टी होने के उपरांत मंगलवार को शाम के समय सुंदरनगर देवता मेला में एक साथ देवताओं के दर्शन एवं चढ़ावा चढ़ाने गए थे। उस वक्त एक महिला का पर्स चोरी हो गया था,व उसने नजदीकी पुलिस सहायता कक्ष में चोरी की शिकायत की थी। उस स्थिति में पुलिस द्वारा मेले में लगाए गए सी.सी.टी.वी वीडियो क

भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी झूठ की सीमाओं को लांघ कर कर रही प्रचार आकाश शर्मा

 भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी झूठ की सीमाओं को लांघ कर कर रही प्रचार आकाश शर्मा  मंडी अजय सूर्या :- कांग्रेस पार्टी मुख्य प्रवक्ता हिमाचल प्रदेश कांग्रेस आकाश शर्मा अधिवक्ता ने प्रेस को जारी बयान मे कहा कि भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी द्वारा वर्तमान सांसद प्रतिभा सिंह पर आरोप लगा रही है कि उन्होंने सांसद निधि का आवंटन नहीं किया यह लिस्ट जारी कर रहा हूं। जिसमें सिलसिले वार सांसद निधि को दर्शाया गया है।आज भारतीय जनता पार्टी व उनकी प्रत्याशी झूठ की सभी सीमाओं को लांघकर प्रचार कर रही हैं और अवांछनीय इल्जाम लगा रही हैं ।बड़े और छोटे का लिहाज नहीं कर रही कृपया कर वह उनके प्रवक्ता उपयुक्त मंडी कुल्लू लाहौल स्पीति चंबा व शिमला किन्नौर से सांसद निधि आवंटन के बारे में उनके पेज पर जाकर डिटेल ले सकते है। मंडी संसदीय क्षेत्र की जनता आपकी बातों पर व झूठ पर विश्वास नहीं करती। मंडी नगर निगम के क्षेत्र में 30 लाख का पुल आईआईटी मेडिकल कॉलेज एडीबी प्रोजेक्ट पेय जल योजना व अन्य प्रेस्टीजियस प्रोजेक्ट्स श्रीमती प्रतिभा सिंह की ही देन है कृपया कर वेरीफाई करें व जो झूठ बोल रही हैं या बुलाया जा रहा है उसके लि

हिमाचल प्रदेश विधानसभा से आरटीआई के माध्यम से प्राप्त दस्तावेज

 ये हिमाचल प्रदेश विधानसभा से आरटीआई के माध्यम से प्राप्त दस्तावेज हैं।  इन दस्तावेजों से पता चलता है कि विधानसभा के नियमों के अनुसार विधायकों को भत्ते के समर्थन में बिल प्रस्तुत करने की कोई आवश्यकता नहीं है। एक दस्तावेज में विधायक के वेतन और भत्ते का ब्यौरा दिया गया है। वेतन मात्र 55000 रुपये प्रति माह है। तथा भत्ते प्रति माह एक लाख पचपन हजार रुपये हैं। तथा भत्ते के खर्च के समर्थन में कोई प्रमाण देने की आवश्यकता नहीं है। इसका मतलब यह है कि हिमाचल प्रदेश के एक विधायक का पूरा वेतन 2,10,000 रुपये प्रति माह है, लेकिन कर योग्य राशि केवल 55,000 रुपये प्रति माह है। नियमों के अनुसार, बिना सहायक दस्तावेजों के भत्ते नहीं दिए जा सकते। और बिना सहायक दस्तावेजों के भत्ते वेतन का हिस्सा बन जाते हैं और कर योग्य हो जाते हैं। बिना दस्तावेज के विधायकों के सभी भत्ते बंद कर दिए जाने चाहिए। केवल वेतन का भुगतान किया जाना चाहिए.