धर्मपुर किसान उत्पादक सहकारी सभा का विस्तार करने के लिए बनी योजना
सितंबर माह में पूर्व में बनी सभाओं को फेडेरेट करने के लिए एनसीडीसी के सहयोग से होगा सम्मेलन
धर्मपुर खण्ड में भारत सरकार के सहकारिता विभाग के माध्य्म से किसान उत्पादक संघ का गठन किया गया है।जिसके गठत में राष्ट्रीय सहकारिता विकास निगम शिमला ने मार्गदरस्क संस्था के माध्य्म से मदद की है।जिसे भारत सरकार से तीन वर्षों तक वित्तिय सहायता भी प्राप्त होगी।ये एफ़पीओ शुरुआत में डरवाड़ और सजाओ क्षेत्र के किसानों ने पंजीकृत करवाया है लेकिन अब इसका विस्तार पूरे विकास खण्ड में करने की योजना बनाई गई है।जिसके चलते अगस्त माह में धर्मपुर, संधोल, मण्डप, टिहरा और रखोह में तहसील स्तर की कमेटियां गठित करने का फ़ैसला धर्मपुर सहकारी सभा ने लिया है।सभा के प्रधान सुरेश पठानिया, उपप्रधान रूपचंद सचिव भपेंद्र सिंह, प्रेम सिंह,सूरत सकलानी, नितेश पराशर और अभिषेक कुमार ने बताया कि सभा में शेयरहोल्डर बढ़ाने के लिए अगले तीन महीनों में खण्ड की सभी पँचायतों में पँचायत पर्टीनिधिओं को जानकारी प्रदान की जाएगी। पहले चरण में अगस्त माह 15 ग्राम पंचायतों में ये जानकारी एफ़पीओ के प्रबंधक द्धारा प्रदान की जायेगी।सभा के सचिव भूपेंद्र सिंह ने बताया कि अभी हाल ही में दिल्ली में एक राष्ट्रीय स्तर की संगोष्ठी हुई है जिसमें पहले से ही गठित सहकारी समितियों को किसान उत्पादक संघो के साथ जोड़ने और उन्हें भी एफ़पीओ में तबदील करने का फ़ैसला हुआ है ।जिसके चलते धर्मपुर में भी सहकारी सभाओं को किसान उत्पादक संघ के साथ जोड़ने के लिए सितंबर माह में अधिवेशन किया जायेगा।जिसमें राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम शिमला के क्षेत्रीय निदेशक राकेश वर्मा व अन्य स्त्रोत व्यक्ति भाग लेंगे।भूपेंद्र सिंह ने बताया कि एनसीडीसी शिमला के निदेशक के मार्गदर्शन में हिमाचल प्रदेश में पिछले दो साल में सहकारी समितियों के माध्य्म से दो सौ करोड़ रुपये से अधिक के ऋण और वित्तिय सहायता सहकारी समितियों को जारी की गई हैं।जबकि पिछले चालीस साल में ये केवल चार सौ करोड़ रुपये ही थी।प्रदेश की दो सभाओं को निर्यात के लिए लाइसेंस जारी किए गए हैं और देश में बन रहे दस हजार एफ़पीओ योजना के तहत भी पहला एफ़पीओ हिमाचल प्रदेश में ही बना है।मछली पालने वाले किसानों की भी सहकारी समिति गठित की गई है और युवा सहकार कोष भी बनाया गया है।पैक्स को एफ़पीओ बनाने बारे भी उन्हीं के सुझाव पर देश के लिए प्लान तैयार किया गया है जिसके आधार पर पूरे देश में ये कार्य शुरू किया गया है। जिसकी शुरुआत 14 जुलाई को दिल्ली से सहकारिता मंत्री अमित शाह ने की है और इस सम्मेलन में धर्मपुर एफ़पीओ से भी दो सदस्यों ने भाग लिया था।भूपेंद्र सिंह ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में पिछले दो साल में हुई ये प्रगति और उपलब्धि एनसीडीसी के विशेष प्रयासों से संभव हो पाई है और अब धर्मपुर किसान उत्पादक सहकारी सभा भी उनके अनुभवों का फ़ायदा उठा कर यहां पर भी इस कार्य को बढ़ाने जा रही है।एफ़पीओ धर्मपुर ने हल्दी पाउडर बनाने, खाद, बीज, कीटनाशक दवाओं,कृषि उपकरण इत्यादि सहायता किसानों को उपलबध करवाने और मोटे अनाज का बीज भण्डार तैयार करने के लिए ज़रुरी दस्तावेज और लाईसेंस विभागों से हासिल कर लिए हैं।
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