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शनिवार, 15 मार्च 2025

एसएफआई एचपीयू इकाई ने एबीवीपी के गुंडों द्वारा छात्रों पर किए गए बर्बर हमले के खिलाफ उप- कुलपति के माध्यम से कुलपति को ज्ञापन सौंपा।

एसएफआई एचपीयू इकाई ने एबीवीपी के गुंडों द्वारा छात्रों पर किए गए बर्बर हमले के खिलाफ उप- कुलपति के माध्यम से कुलपति को ज्ञापन सौंपा।




आज एस एफ आई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने 11 मार्च को एबीवीपी के गुंडों द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों पर किए गए बर्बर हमले के खिलाफ उप कुलपति के माध्यम से कुलपति को ज्ञापन दिया। 11 मार्च को हुई इस घटना में जब एस एफ आई के कार्यकर्ता विश्वविद्यालय के प्रशासनिक विभाग के पीछे बैठ कर नाश्ता कर रहे थे, उस वक्त एबीवीपी के गुंडे बिना किसी वजह के उन पर तेज़-धार हथियारों से हमला कर देते हैं। इस निर्दय हमले के चलते 5 छात्र गंभीर रूप से घायल होते हैं जिनमें से एक अभी भी अस्पताल में दाखिल है।



गौरतलब है कि इस पूरे प्रकरण के दौरान समरहिल पुलिस चौकी के एएसआई भरत भूषण मौका ए वारदात पर ही मौजूद होते हैं लेकिन इसके बावजूद वे इस घटना को होने से रोकने में नाकाम साबित होते हैं। इस बर्बर हमले में सम्मिलित 8 आरोपियों (अंकुश, अक्षय, पीयूष, हर्ष, राहुल, हनी, आशीष और ईश)  को कोर्ट ने 6 दिन की हिरासत में रखने का आदेश दे दिया है। बाकी आरोपियों की तलाश अभी जारी है।इन अपराधियों के खिलाफ एफआईआर संख्या 42/25, दिनांक 11 मार्च 2025 दर्ज की जा चुकी है और पुलिस ने उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 109 (हत्या के प्रयास) व अन्य गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।


गौर करने की बात है कि ये अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के वही गुंडे हैं जो कुछ समय पहले राम कृष्ण मिशन आश्रम में पथराव करते पाए गए थे और संजौली मस्जिद विवाद के दौरान भी इन्हीं लोगों ने शिमला शहर में सांप्रदायिकता की आग भड़कने का काम किया था।



इस निर्दय हमले के तीन दिन गुजरने के बाद भी अभी तक विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा इन गुंडों पर किसी भी तरीके की अनुशासनात्मक कार्यवाही नहीं करी गई है।

एस एफ आई ने विश्वविद्यालय उप कुलपति से ये मांग करी है कि इस वाक़िए की गंभीरता को मद्देनजर रखते हुए इन असामाजिक तत्वों पर विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करे ताकि इस घटना में घायल हुए छात्रों को इंसाफ मिल सके और विश्वविद्यालय के अकादमिक और छात्र अनुकूल वातावरण में सुधार लाया जा सके।

एस एफ आई हमारे पूरे देश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और अ भा वि प जैसे संगठनों द्वारा करवाई जा रही हिंसा की कड़े शब्दों में निंदा करती है। अगर विश्वविद्यालय प्रशासन इस घटनाक्रम में सम्मिलित सभी आरोपियों पर जल्द से जल्द कार्यवाही नहीं करती है तो एस एफ आई विश्वविद्यालय की छात्र समुदाय को लामबंद करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन के नकारात्मक रवैया के खिलाफ एक बड़े आंदोलन का निर्माण करेगी जिसका जिम्मेदार विश्वविद्यालय प्रशासन खुद होगा।



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