मंगलवार, 2 नवंबर 2021

सीटू ने मज़दूर विरोधी भाजपा की हार का किया स्वागत 2 दिसंबर को शिमला में होगा प्रदर्शन

 

सीटू ने मज़दूर विरोधी भाजपा की हार का किया स्वागत 2 दिसंबर को शिमला में होगा प्रदर्शन


BHK NEWS Mandi

सीटू से सबन्धित मनरेगा व निर्माण मज़दूर फेडरेशन की हिमाचल प्रदेश राज्य कमेटी की मीटिंग मंडी में आयोजित की गई।जिसकी अध्यक्षता राज्य अध्यक्ष जोगिंदर कुमार ने कि और सीटू के राज्य महासचिव प्रेम गौतम बैठक में विशेष तौर पर उपस्थित हुए।बैठक में हुई चर्चा व निर्णयों की जानकारी देते हुए राज्य महासचिव भूपेंद्र सिंह ने बताया कि केंद्र व प्रदेश की जयराम सरकार लगातार मज़दूर विरोधी नीतियां लागू कर रही हैं  जिसका परिणाम आज हिमाचल प्रदेश में हुए उपचुनावों में हुई करारी हार से स्पस्ट हो गया है। सीटू ने प्रदेश की चार सीटों पर हुए उपचुनाव में सभी सीटों पर भाजपा की हुई करारी हार का स्वागत किया है और इसे मजदूरों की जीत बताया है।भूपेंद्र सिंह ने बताया कि सीटू ने राज्य स्तर पर भाजपा को हराने का फ़ैसला लिया था और उसके लिए निचले स्तर पर अभियान चलाया गया था। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकारें देश में सार्वजनिक क्षेत्र को बेचने का काम कर रही है।पैट्रोल, डीज़ल, रसोई गैस और अन्य खाद्य सामग्री के रेट बेलगाम तरीके से बढ़ रहे हैं जिसके कारण मज़दूरों को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें अपना दैनिक खर्चा करना बहुत मुशिकल हो गया है।हिमाचल प्रदेश सरकार ने डिपुओं में मिलने वाले खाने के तेल में बृद्धि कर दी है और अब तो ये भी फ़ैसला सरकार ने लिया है कि राशन की दुकान में अंगूठा लगाने के लिए भी शुल्क देना पड़ेगा।सीमेंट और सरिया भी हररोज़ महंगा हो रहा है जिसका सबसे ज्यादा प्रभाव मेहनतकश जनता पर पड़ रहा है और सरकार महंगाई रोकने में पूरी तरह फ़ेल हो गई है।प्रदेश में मनरेगा के तहत किसी को भी 120 दिनों का रोज़गार नहीं मिल रहा है और मनरेगा मजदूरों को मात्र 203 रु दिहाड़ी दी जा रही है जबकि अन्य मजदूरों को 3 तीन सौ रुपये सरकार जारी कर रही है।इस प्रकार सरकार मनरेगा मजदूरों के साथ भेदभाव कर रही है जिसका निर्माण यूनियन विरोध करती है।भूपेंद्र सिंह ने बताया कि हिमाचल प्रदेश राज्य श्रमिक कल्याण बोर्ड पंजीकृत मजदूरों के लाभ समय पर जारी नहीं कर रहा है जिसके विरोध में आगामी 2 दिसंबर को बोर्ड के कार्यालय का शिमला में घेराव किया जायेगा और उससे पहले 15 से 30 नवंबर तक निचले स्तर पर अभियान चलाया जाएगा।इसके अलावा 26 नवंबर को दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन का एक साल पूरा होने के मौके पर किसानों के संगठनों के साथ मिलकर प्रदेश भर में रैलियां व प्रदर्शन करने का भी फ़ैसला लिया गया।बैठक में जोगिंदर कुमार, केबल कुमार, सुनील कुमार, कुलदीप कुमार, अजय दुलत्ता, करतार सिंह, नरेंद्र कुमार, सुरेश कुमार, चमन लाल,रामचन्द, दिनेश काकू, राजेश शर्मा, राजेन्द्र कुमार,रविकांत, गोपेन्द्र शर्मा, प्रेम गौतम, भूपेंद्र सिंह व जोगिंदर कुमार आदि ने भाग लिया।



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