26 नवम्बर 2021 को मंडी में बल्ह एयरपोर्ट के विरोध में रोष प्रदर्शन का आयोजन किया जायेगा : सयुंकत किसान संघठन
यादविंदर :- आज दिंनाक 21 नवम्बर को सयुंकत किसान संघठनो की बैठक, श्री युध्चंद चंद सकलानी की अध्यक्षता में डड़ोर में हुई जिसमे बल्ह के 6 किसान संघठनो के प्रमुख पदाधिकारियों के लगभग 20 किसानों ने हिस्सा लिया । बल्ह बचायो किसान संघर्ष समिति के सचिब श्री नन्द लाल वर्मा ने पिछले कल माननीय केंद्रीय मंत्री श्री अनुराग जी के इस बयान स्वागत करते हुए कहा कि हवाई अड्डे के लिए जमीन का चयन करना राज्य सरकार का काम है फ़िर “चाहे जाहू में बने या मण्डी बल्ह में” बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति उनसे आग्रह करती है कि जाहू में भी ओ एल एस सर्वे तथा लीडार सर्वे करवाया जाए कयोंकि वहां के किसान जमीन देने को तैयार हैं, और बह इलाका तीन जिलों बिलासपुर, काँगड़ा एवं मंडी का संगम भी है और बहुत ही कम लागत एवं गेर-उपजाऊ जमीन पर बनाया जा सकता हे I
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किसान सभा के अध्यक्ष श्री परस राम ने रोष जताते हुए कहा कि हमने मुख्यमंत्री से मिलने के लिए जिला प्रशाशन के माध्यम से भी गुहार लगाई परन्तु बल्ह में प्रस्तावित हवाई अड्डे की जद में आने वाले किसानों को विश्वास में ना लेकर मुख्यमंत्री श्री जयराम एकतरफा चल रहे हैं। केंद्र सरकार से बल्ह हवाई अड्डे के लिए बजट में प्रावधान कि बार बार गुहार करते हुए अपनी पीठ थपथपा रहे हैं जबकि किसानों से कोई बात नहीं कि जा रही है और एकतरफा फैसला थोप रही है जिसे कदापि सहन नहीं किया जाएगा और अन्य संघठनो के साथ मिलकर आने बाले दिनों में संघर्ष चलाया जायेगा
हिमाचल किसान यूनियन के अध्यक्ष श्री युध्चंद सकलानी ने कहा कि प्रस्तावित हवाई अड्डे से सिंचाई व्यवस्था,पीने के पानी,टावर लाइन,स्कूल व शिक्षण संस्थान, धार्मिक सस्थान, खेल मैदान, डयोढा जंगल के इलावा 2500 मकान, 12000 किसान, लाखो पेड़-पोधे, कृषि उद्योग,व्यापारिक संस्थान,कृषि मशीनरी आदि सब बेकार हो जायेंगे और बल्ह जिसे मिनी पंजाब कहा जाता उसका नामोनिसान मिट जायेगा
भारतीय किसान संघ के श्री सूरज ठाकुर ने कहा कि अधिकतर किसान प्रस्तावित हवाई अड्डे की वजह से भूमिहीन तथा विस्थापित हो जायेंगे और बल्ह क्षेत्र का नामोनिशान ही मिट जायेगा। बल्ह कि जनता जो नकदी फसले उगा कर जीवन चला रही है उन्हें बेरोजगारी का दंश झेलना पड़ेगा पूरी तरह से तबाह हो जायेंगे अतः एयरपोर्ट को कंही और गेर उपजाऊ जमीन पर बनाया जाये ।
भारतीय किसान यूनियन (टिकेत) के अध्यक्ष श्री खूब राम सोहल ने कहा कि बल्ह में प्रस्तावित हवाई अड्डा क्षेत्र में आठ गांव सियांह, टान्वा , जरलू , कुम्मी , छात्तरू , ढाबण, भौर ,डुंगराइ के इलाबा अब उत्तर कि तरफ 1050 मीटर बढ़ने से 3 गाँव सिह्न, दोंधी, घट्टा के किसान भी प्रभावित हो रहे हैं हमारे मुख्यमंत्री जो कि अपने आप भी किसान है वह बल्ह के किसानो की उपजाऊ जमीन को बरबाद करने पर क्यों तुले हुए है जबकि जिला में गैर उपजाऊ जमीन में हवाई अड्डे को बनाया जा सकता है I
भूमि अधिगहरण प्रभाबित मंच के सयोंजक जोगिन्दर वालिया ने कहा कि हिमाचल सरकार ने फोरलेन में अभी तक भूमि अधिग्रहण कानून 2013 को लागु नहीं किया है और न ही पुनर्स्थापना और पुनर्निवास की कोई नीति घोषित की है। भूमि का मुआबजा केवल सर्कल रेट के अनुसार फेक्टर एक लागु करके दिया जा रहा है I बल्ह प्रस्तावित हवाई क्षेत्र में करीब 2500 किसानों की जमीन को सरकार कौड़ियो के भाव लूटना चाहती है। आजीविका का इतना बड़ा स्रोत होने के नाते सरकार से मांग की जाती है कि प्रस्तावित हवाई अड्डे को किसी दूसरी जगह बनाया जाये और इस क्षेत्र की उपजाऊ भूमि को हर हाल में बचाया जाए I
सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 26 नवम्बर 2021 को मंडी में एयरपोर्ट के विरोध में रोष प्रदर्शन का आयोजन किया जायेगा और उसके उपरांत जिलाधीश के माध्यम से प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया जाएगा। प्रदर्शन को सफल बनाने हेतु बल्ह के सभी किसान संघठन इसमें बढ़-चढ़ कर भाग लेंगे I
बैठक में बल्ह बचायो किसान संघर्ष समिति के कार्यकारी अध्यक्ष श्री प्रेम दास चौधरी, नन्द लाल वर्मा सचिव, उपाध्यक्ष श्री गुलाम रसूल, इशमाइल, भवानी सिंह, श्याम लाल चौधरी, किसान सभा के अध्यक्ष श्री परस राम, रामजीदास,गंगा राम, अमर सिंह वालिया, भारतीय किसान यूनियन (टिकेत)के अध्यक्ष श्री खुबराम सोहल, फारुक मांडा, भारतीय किसान संघ से श्री सूरज ठाकुर, नन्द लाल, हिमाचल किसान यूनियन के अध्यक्ष श्री युध्चंद सकलानी, जोगिन्दर वालिया आदि शामिल हुए ।
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