माननीय प्रधानमंत्री जी के “मन की बात” के अनुसार भूमिअधिग्रहण कानून 2013 व हिमाचल बीजेपी घोषणापत्र के अनुसार भूमि का चार गुना मुआबजा लागु करे जयराम सरकार:भूमि अधिग्रहण प्रभाबित मंच
माननीय प्रधानमंत्री जी के “मन की बात” के अनुसार भूमिअधिग्रहण कानून 2013 व हिमाचल बीजेपी घोषणापत्र के अनुसार भूमि का चार गुना मुआबजा लागु करे जयराम सरकार:भूमि अधिग्रहण प्रभाबित मंच
आज दिनांक 23 दिसम्बर कों प्रेस के माध्यम से भूमि अधिग्रहण प्रभाबित मंच के अध्यक्ष श्री बी आर कोंडल व सयोंजक जोगिन्दर वालिया ने 27 दिसम्बर, 2021 कों माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंदर मोदी जी के मंडी (छोटी काशी) आगमन पर स्वागत करते हे और मांग की जाती हे कि बे हमारे मुख्यमन्त्री श्री जयराम ठाकुर जी कों आपके दुवारा की गई “मन कि बात” में भूमिअधिग्रहण कानून 2013 कों लागु करने व अपने घोषणापत्र के अनुसार भूमि का चार गुना मुआबजा देने की बात कों पूरा करने की सौगात देकर जाये, हिमाचल प्रदेश में भूमि अधिग्रहण से संबंधित समस्याओं से किसान बुरी तरह से जूझ रहे है। हिमाचल की जयराम सरकार अभी तक चार साल से किसानों के पक्ष में कोई फैसला नहीं ले पाई है और कोड़ियो के भाव जमीन लेकर किसानों कों बर्बाद करने पर तुली हे । भूमिअधिग्रहण कानून को न लागु करने में लगातार आना-कानी कर रही है । जयराम सरकार इस बारे में मूकदर्शक बनी हुई हे, जिस कारण हिमाचल सरकार को पिछली बार उप चुनाब में 4 सीटों पर जो हार मिली है , उस में भूमिअधिग्रहण प्रभावित जनता का बहुत बड़ा कारण रहा है और अगर सरकार अपनी जिद्द पर अड्डी रही तो 2022 में इसका खामियाजा भुगतने के लिए तेयार रहे ।
उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी पहले ही “मन कि बात” में पूरे देश को भूमिअधिग्रहण पर आश्वासन दे चुके हैं और अन्य कई राज्य (उत्तराखंड, झारखंड) चार गुना मुआबजादे रहे हे लेकिन हिमाचल प्रदेश सरकार क्यों प्रधानमंत्री जी के आश्वासन के विपरीत चल रही हे हालाँकि भारतीय जनता पार्टी ने अपने विजन डॉक्यूमेंट में चार साल पहले यह वादा किया था कि यदि वे सत्ता में आएंगे तो हिमाचल प्रदेश में चार गुना मुआवजा अर्थात फेक्टर- 2 (चार गुणा) के अनुसार भूमि व मकान का मुआवजा दिया जाएगा। लेकिन 4 साल बीत चुके हैं, अभी तक हिमाचल सरकार इस बारे में चुप है । अब प्रधानमंत्री जी के आगमन से हमें उम्मीद जगी है और हमें विश्वास है कि हिमाचल प्रदेश सरकार को इस प्रकार का मंत्र कान में फूंक कर जाएंगे जिसमें किसानों की समस्यों का निदान किया जा सके ।
वाइट बी आर कोण्डल
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