ये कैसा लोकतंत्र, सरकारी नियमों को ठेंगा दिखा रहा मंत्रीपुत्र कर रहा विधायकी,सरकारी समारोहों में मुख्यातिथि बने मंत्री के बेटे की अगवानी करने को मजबूर किये जा रहे जन प्रतिनिधि-
BHK NEWS HIMACHAL
सरकाघाट
धर्मपुर में मुख्यमंत्री की शह पर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।जलशक्ति मंत्री खराब सेहत का बहाना बनाकर सरकारी समारोहों में अपने पुत्र को मुख्यातिथि बनाकर भेज रहे हैं।जन प्रतिनिधियों को सख्त चेतावनी दी गई है कि वह मंत्री पुत्र की अगवानी किया करें नहीं तो तुम्हारे काम नहीं हो पाएंगे।जन प्रतिनिधि सरकार के डर से जयकारे लगाने को मजबूर हैं।यह आरोप मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की लोकल कमेटी ने लगाते हुए कहा कि प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि एक मंत्री सरकारी कायदे कानून ठेंगे पर रखकर अपने पुत्र से विधायकी करवा रहा है और मुख्यमंत्री मौनी बाबा बना हुआ है।कमेटी का कहना है कि जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह के बेटे को किस आधार पर सरकारी विभागों व स्कूलों के समारोहों में मुख्य अतिथि बनाया जा रहा है और मंत्री द्वारा इसके लिए विभागों पर अनधिकृत दबाब बनाया जा रहा है।पार्टी के सचिव व पूर्व जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने बताया कि दो दिन पहले दस जमा दो स्कूल संधोल में एनएसएस के शिविर के समापन औऱ पिछले कल धर्मपुर के कलस्वाई स्कूल की प्रबधन कमेटियों ने मंत्री के बेटे को मुख्यतिथि बनाया था।
उन्होंने बताया कि संधोल ज़िला परिषद वार्ड की पार्षद व अन्य चुने हुए प्रतिनिधि औऱ धर्मपुर में प्रिंसिपल व अन्य कर्मचारी मंत्री के बेटे के स्वागत के लिए कतारों में खड़े होकर फूल के गुदस्ते व मालाएँ डालने के लिए तैनात किए गए थे।उन्होंने कहा कि मंत्री वर्तमान सरकार में अपनी हैसियत का नाजायज फ़ायदा उठा कर बेटे को इस वर्ष होने वाले चुनावों के लिए ट्रेंनिग देने में लगे हुए हैं और अपने स्थान पर बेटे से ही अघोषित तौर पर "विधायिकी"शुरू करवा दी है।इस तरह धर्मपुर में जलशक्ति मंत्री और उनके बेटे द्धारा सरेआम सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है।लेकिन उन्हें ऐसा करने से रोकने वाला कोई नहीं है कियूंकि मुख्यमंत्री को भी अपने इस मंत्री को टोकने और रोकने की हिम्मत नहीं है।भूपेंद्र सिंह ने कहा कि ये बहुत ही निंदनीय है कि मंत्री का बेटा जो न तो कोई चुना नुमाईंदा है और न ही सरकार में कोई पद उनके पास है लेकिन बाबजूद इसके वही सब जगह पर मुख्यथि बनाया जा रहा है।जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह के बेटे की गैरसरकारी संस्था सहारा फाउंडेशन ने दो दिन पहले ही संधोल में 14 पंचायतों की सैंकड़ों महिलाओं को समानित करने के बहाने इकठ्ठा किया था जिसमें जलशक्ति मंत्री भी मौजूद थे।भूपेंद्र सिंह ने बताया कि मंत्री के बेटे को अभी से ही अगले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर इस तरह के समारोहों के माध्यम से प्रमोट करने का काम हो रहा है।बहुत से प्रधानों पर भी मंत्री के बेटे को ही पँचयतों के समारोहों औऱ विभागीय सामग्री वितरण हेतु बुलाने का दबाब है।जिसके कारण बहुत से ग्राम पंचायतों के प्रधान दुविधा में होते हैं कि समारोहों में मंत्री के बेटे को बुलाएं या बेटी को।हालांकि संधोल में महिला सम्मेलन आयोजित किया गया लेक़िन उसमें मंत्री की बेटी औऱ राज्य महिला एवं अधिकारिता विभाग राज्य कमेटी की सदस्य उस समारोह में नदारद रही जबकि सबंधित विभागीय कमेटी की सदस्य होने के नाते उसका इस समारोह में भाग लेना जायज़ था।यही नहीं पिछले कुछ समय से सजाओपीपलु और टिहरा में भी कई विभागीय कार्यक्रम आयोजित हुये जिनमें उन्हें ज़िला परिषद सदस्य होते हुए भी नहीं बुलाया गया और वहां पर भी मंत्री का बेटा ही मुख्यतिथि बनाया गया।इससे साफ़ संकेत हैं कि मंत्री अपनी ही बेटी जो चुनी हुई पार्षद है और सरकारी महकमें के राज्य कमेटी की सदस्य भी है लेकिन उसे भी नजरअंदाज किया जा रहा है।इस प्रकार जलशक्ति मंत्री के इशारे पर धर्मपुर में उनका बेटा चुनावों से पहले ही विधायकी कर रहा है जो बहुत ही निंदनीय औऱ नियमों के विपरीत है जिसके चलते यहां पूरी तरह मंत्री के परिवार की राजशाही क़ायम हो गई है।
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