मनरेगा मजदूरों को 350 रु दिहाड़ी दे सरकार-सीटू
मंडी में आयोजित सम्मेलन में मज़दूरों की मांगों के लिए संघर्ष तेज़ करने की बनाई योजना!!
भूपेंद्र सिंह पुनः चुने गए ज़िला अध्यक्ष!!!
BHK NEWS HIMACHAL
मज़दूर संगठन सीटू का 10वां ज़िला सम्मेलन आज मंडी में आयोजित किया गया।जिसकी अध्यक्षता सीटू के ज़िला प्रधान भूपेंद्र सिंह, गुरदास वर्मा और सरोज कुमारी ने की और सम्मेलन का उदघाटन राज्य महासचिव प्रेम गौतम ने किया।उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र सरकार ने कोविड 19 के दौर में मज़दूरों के हितों की रक्षा के लिए बने 44 श्रम कानूनों को ख़त्म कर दिया और पूंजीपतियों को लाभ देने के उद्देश्य से चार श्रम अचार सहिंताओं को लागू करने का फ़ैसला लिया है।दूसरी तरफ तीन किसान विरोधी बिलों को लागू करने के विरोध किया और सरकार को उन्हें एक साल बाद वापिस लेने के लिए मजबूर किया।उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सत्तर साल में निर्मित सार्वजनिक क्षेत्र को अपने पूंजीपति दोस्तों को बेचने का काम किया है।सरकार की गलत नीतियों के कारण पिछले दिनों से महँगाई और बेरोज़गारी लगातार बढ़ लेक़िन सरकार उसे कम करने में पूरी तरह से विफल रही है।सरकार ने खाने पीने की बस्तुओं पर जीएसटी लागू कर दिया है जिससे मजदूरों और मेहनतकश जनता को अपना गुज़रा करना मुशिकल हो गया है।सरकार ने सरकारी नॉकरियाँ ख़त्म करके अब पार्ट टाइम और कम वेतन वाली नॉकरियाँ देने की नीति लागू की जो मज़दूर व जनविरोधी है।दूसरी तरफ राज्य सरकार मनरेगा मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी 350 रु नहीं दे रही है और उनका शोषण कर रही है।सरकार ने अब मल्टी टास्क मज़दूर भर्ती करने का फ़ैसला लिया है जिन्हें कभी भी पक्का होने से बंचित रखा जाएगा और साथ ही उन्हें चार पांच हज़ार रुपये मासिक मानदेय मिलेगा।ऑउटसोर्स माध्य्म से प्रेदेश में 40 हज़ार मज़दूर व कर्मचारी नियुक्त हैं लेक़िन उन्हें रैगुलर करने की नीति सरकार नहीं बना पाई है।सम्मेलन में सरकारी कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन देने का समर्थन किया गया।इसके अलावा यह भी मांग की गई कि ठेके व आउटसोर्स के बजाए रैगुलर आधार पर रोज़गार देने की मांग की गई।इसके अलावा सेना में लागू की गई अग्निवीर की नीति का विरोध किया गया और इसे वापिस लेने की भी मांग की गई।सीटू के ज़िला प्रधान भूपेंद्र सिंह ने बताया कि सीटू से जुड़ी हुई सभी मज़दूर यूनियनें आने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर करने का काम करेंगी।जिसकी तैयारी हेतु 4 सितंबर को मिड डे मील यूनियन का राज्य सम्मेलन शिमला में रेहड़ी फड़ी का 9 सितंबर को हमीरपुर में और 10,11 सितंबर को आंगनवाड़ी यूनियन का सम्मेलन पालमपुर होगा तथा सीटू 14वां राज्य सम्मेलन इस बार 1,2 अक्टूबर को मंडी में आयोजित किया जाएगा।
इस सम्मेलन में 49 सदस्यीय ज़िला कमेटी का चयन भी किया गया।जिसमें भूपेंद्र सिंह को पुनः ज़िला प्रधान तथा राजेश शर्मा को महासचिव तथा रमेश गुलेरिया की कोषाध्यक्ष चुना गया।सुरेंद्र कुमार, सुमित्रा ठाकुर, गुरुदास वर्मा, रविकांत और हमिन्द्री शर्मा को उप प्रधान बनाया गया वहीं गोपेन्द्र शर्मा, सुदर्शना, राजेन्द्र सिंह, इंद्र सिंह और दिनेश काकू को सचिव चुना गया।कमेटी सदस्य के लिए सतीश कुमार, संतोष कुमारी, चिंत राम, गोदावरी, सरोज, विमला, क्षमा वर्मा, सोनिका, तमन्ना, नागो देवी, रानी देवी, प्रवीण कुमार, मनीराम, करतार सिंह, सुखराम ठाकुर,नरेश कुमार, दया देवी,ललित कुमार, सोहन सिंह, लक्ष्मी दत्त, विजय कुमार, संतोष कुमार आदि को चुना गया।
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