*वि. वि. मे मशाल जुलूस के माध्यम से धरना प्रदर्शन किया था* एस एफ आई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने नई शिक्षा नीति के विरोध में विश्वविधालय में और प्रदेश सरकार के छात्र विरोधी निर्णय के खिलाफ 02/11/2023 को वि. वि. मे मशाल जुलूस के माध्यम से धरना प्रदर्शन किया था । 2020 में लाई गई शिक्षा नीति के जरिए केंद्र तथा प्रदेश सरकार शिक्षा का भगवाकरण तथा व्यापारीकरण करने का प्रयास कर रही है। NEP के जरिए CBCS को छात्रों पर थोपा जा रहा है । CBCS में ऐसे विषय छात्रों को पढ़ने पड़ रहे हैं जिसका औचित्य उनके भविष्य में रोजगार की दृष्टि से कुछ भी नही है। NEP में 10 से 15 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी विद्यालयों को बंद करने की बात NEP में कही गई है जिसका उदाहरण हमें 27 अक्तूबर को समाचार पत्र के माध्यम से मिलता है। जो इस प्रदेश की कांग्रेस सरकार का निर्णय था हम जानते है कि हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी क्षेत्र है जहां पर चंबा किन्नौर लाहौल स्पीति जैसे अन्य कई दुर्गम इलाके है जहां पर एक 6 साल का बचा 10 से 15 किलोमीटर का सफर तय नहीं कर सकता इसके साथ साथ भारत जैसे पुरुष प्रधान समाज में लड़कियों को बहुत कम संख्या में शिक्षा दी जाती है यदि उनके गांव के आस पास के विद्यालयों को बंद कर दिया जाएगा तो साधारण परिवारों की लड़कियां शिक्षा से वंचित रह जाएंगी। अपनी बात को बढ़ाते हुए उन्होंने कहा की NEP के माध्यम से सरकार सेमेस्टर प्रणाली को लागू करने जा रही है परंतु हिमाचल प्रदेश जैसा राज्य जहां पर कुछ जिले ऐसे है जहां पर 6 से भी ज्यादा महीनों तक बर्फ रहती है वह छात्र किस प्रकार शिक्षा ग्रहण कर पाएंगे ?लेकिन वहीं दुसरी ओर देखा जाए SFI ने जब भी छात्र विरोधी नितियों का विरोध किया तब -तब हमेशा ही परिसर मे सरकार पिछलग्गू संगठनों दवारा परिसर का माहोल खराब किया जाता है वहीं अगर आज की बात की जाए आज परिसर मे NSUI के सरकारी गुंडों द्वारा SFI के कार्यकरता पर तेज़ धार हत्यारों से हमला किया जाता जिसमें SFI के लोगों के शरीर मे गहरी चोटें आई हैं अगर इन गुंडों के अगर कोई कार्यवाही नही की जाती तो SFI वि.वि. इकाई वि.वि. प्रशासन और प्रदेश की सरकार प्रदेश के सभी छात्रों को लंमबंद करते हुए घेराव करेगी जिसका ज़िम्मेदार वि.वि प्रशासन और प्रदेश की सरकार होगी और साथ ही जिन गुंडों को प्रदेश सरकार शेह दे रही उनको भी समय आने पर मुंह तोड़ जबाब दिया जाएगा
*वि. वि. मे मशाल जुलूस के माध्यम से धरना प्रदर्शन किया था*
एस एफ आई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने नई शिक्षा नीति के विरोध में विश्वविधालय में और प्रदेश सरकार के छात्र विरोधी निर्णय के खिलाफ 02/11/2023 को वि. वि. मे मशाल जुलूस के माध्यम से धरना प्रदर्शन किया था । 2020 में लाई गई शिक्षा नीति के जरिए केंद्र तथा प्रदेश सरकार शिक्षा का भगवाकरण तथा व्यापारीकरण करने का प्रयास कर रही है। NEP के जरिए CBCS को छात्रों पर थोपा जा रहा है । CBCS में ऐसे विषय छात्रों को पढ़ने पड़ रहे हैं जिसका औचित्य उनके भविष्य में रोजगार की दृष्टि से कुछ भी नही है। NEP में 10 से 15 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी विद्यालयों को बंद करने की बात NEP में कही गई है जिसका उदाहरण हमें 27 अक्तूबर को समाचार पत्र के माध्यम से मिलता है। जो इस प्रदेश की कांग्रेस सरकार का निर्णय था हम जानते है कि हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी क्षेत्र है जहां पर चंबा किन्नौर लाहौल स्पीति जैसे अन्य कई दुर्गम इलाके है जहां पर एक 6 साल का बचा 10 से 15 किलोमीटर का सफर तय नहीं कर सकता इसके साथ साथ भारत जैसे पुरुष प्रधान समाज में लड़कियों को बहुत कम संख्या में शिक्षा दी जाती है यदि उनके गांव के आस पास के विद्यालयों को बंद कर दिया जाएगा तो साधारण परिवारों की लड़कियां शिक्षा से वंचित रह जाएंगी। अपनी बात को बढ़ाते हुए उन्होंने कहा की NEP के माध्यम से सरकार सेमेस्टर प्रणाली को लागू करने जा रही है परंतु हिमाचल प्रदेश जैसा राज्य जहां पर कुछ जिले ऐसे है जहां पर 6 से भी ज्यादा महीनों तक बर्फ रहती है वह छात्र किस प्रकार शिक्षा ग्रहण कर पाएंगे ?लेकिन वहीं दुसरी ओर देखा जाए SFI ने जब भी छात्र विरोधी नितियों का विरोध किया तब -तब हमेशा ही परिसर मे सरकार पिछलग्गू संगठनों दवारा परिसर का माहोल खराब किया जाता है वहीं अगर आज की बात की जाए आज परिसर मे NSUI के सरकारी गुंडों द्वारा SFI के कार्यकरता पर तेज़ धार हत्यारों से हमला किया जाता जिसमें SFI के लोगों के शरीर मे गहरी चोटें आई हैं अगर इन गुंडों के अगर कोई कार्यवाही नही की जाती तो SFI वि.वि. इकाई वि.वि. प्रशासन और प्रदेश की सरकार प्रदेश के सभी छात्रों को लंमबंद करते हुए घेराव करेगी जिसका ज़िम्मेदार वि.वि प्रशासन और प्रदेश की सरकार होगी और साथ ही जिन गुंडों को प्रदेश सरकार शेह दे रही उनको भी समय आने पर मुंह तोड़ जबाब दिया जाएगा
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