*इक नज़र से--समय समय की बात है- बालक राम शर्मा*
*मंत्र, शासत्र, तंत्र, षडयंत्र, गुंडांगर्दी तानाशाही*
*लोग बदले या जमाना बदला*
*लोगों ने जमाना बदल दिया*
*या जमाने ने लोग बदल दिये*
*सतयुग में मंत्र काम करते थे*
*द्वापर में शासत्रों के ज्ञान पे चलते थे*
*कलियुग में तंत्र काम करते थे*
*अब घोर कलयुग आ चुका है*
*न मंत्र रहे शासत्र रहे न तंत्र रहे*
*कितने दु:ख की बात है कि*
*इसमें षडयंत्र काम कर रहे हैं*
*अब लोग ने ज्ञान विज्ञान में तरक्की की और आगे बढे़*
*तो अब आगे तरक्की की तो गुंडांगर्दी, *तानाशाही में जमाना बदल गया*
*इन्सान की ना जुबान ना इन्सानित और ना ही उसका जमीर बचा है*
*हर जगह हर बिभाग में शासन प्रशासन में*
*न सही जवाब न सही हल न सही इन्साफ रहा है*
*हर जगह अपना काम निकालने व टाईम पास करना*
*घुमा फिरा कर अपने आप को बचना कि*
*मेरे उपर कोई जिम्मेवारी न आ जाये*
*हर लेवल पर ऐसा हो रहा है*
*संतरी से मंत्री तक टरकाने के इलावा कुछ नहीं करते*
*बहुत कम लोग जो फर्ज समझ कर काम करते*
*परन्तु उनको सही तरह काम करने नहीं देते या*
*फिर साथ नहीं देते*
*न मंत्र रहे,न शासत्र रहे न तंत्र रहे न षडयंत्र रहे*
*इस युग का क्या नाम--- होगा*
*अब तो गुंडागर्दी, तानाशाही का राज चल चुका है*
*देखो लोको आपके सामने कैसा जमाना आ गया*
*हर एक नौकरी नौकरी करता है*
*नौकरी के लिए मारा मारा फिरता है*
*जब जिसको नौकरी मिल जाती है*
*कुर्सी मिलने के बाद जुवान भी बदली नज़रें भी बदली*
*वह नवाब साहब बन जाता है*
*लालच, घुसखोरी, हेराफेरी, थोखाधडी़, सीनाजोरी तानाशाही,गुंडांगर्दी, रेप, मर्डर, देहज के लोभी, लापरवाही, नशा, गोरख़धंधे, ब्लैकमेल,डुपलीकेट माल आदि क्या क्या --?*
*जमाना बदल गया कि सामान भी बदल गया*
*लोग बदल गए*
*समय-समय की बात है*
*समय ने लोगों को कितना बदल दिया*
*या समय ने लोंगों को बदल दिया*
*इक सैनिक*
*जयहिन्द*
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