ब्यास नदी पर बनाए गए झूले में बुजुर्ग फंसी महिला फरिश्ता बना एक इंसान
हिमाचल प्रदेश ( पी सी शर्मा)-:मंडी जिला के कोटली के कुन के तर में ब्यास नदी पर बनाए गए झूले में बुजुर्ग महिला फंस गई। करीब घंटे तक एक बुजुर्ग महिला वहां फंसी रही, इसके बाद फरिश्ता बनकर आए कोटली में कार्यरत आई.टी.आई. में इंस्ट्रक्टर जोगिंद्रनगर के भराडू निवासी महेश सिंह ने जान हथेली पर रखकर महिला को ब्यास नदी के दूसरी तरफ सुरक्षित पहुंचाया।
महिला धर्मपुर के कुमारड़ा की रहने वाली है। बता दें कि जब कोटली से बस सवारियों को लेकर कुन का तर पहुंची तो वहां पर झूले में बुजुर्ग महिला ब्यास नदी के ऊपर फंसी हुई थी तथा दूसरे छोर पर 2 बुजुर्ग झूले की रस्सियों को खींचने का प्रयास कर रहे थे लेकिन झूला बीच में फंस जाने के कारण आगे नहीं बढ़ रहा था।
इसी बीच बस में सवार जोगिंद्रनगर के भराडू निवासी महेश सिंह ने हिम्मत दिखाई और झूले की लोहे की रस्सी की मदद से झूले तक पहुंचा तथा दूसरे किनारे पर खड़े लोगों ने झूले को खींचा तो बुजुर्ग महिला को सुरक्षित निकाला गया।
बुजुर्ग का रो-रो कर हुआ था बुरा हाल
बता दें कि इस बस में कुछ सवारियां थी जिन्हें झूले की मदद से दूसरी तरफ जाना था। महेश ने हिम्मत दिखाकर देर शाम करीब साढ़े 5 बजे पहले बुजुर्ग महिला को निकाला उसके बाद दूसरे लोगों को भी आर-पार पहुंचाया।
महेश ने बताया कि महिला का रो-रो कर बुरा हाल था। बता दें कि कुछ महीने पहले मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अप्रैल तक पुल बनाने का वायदा किया था परंतु अभी तक पुल का काम शुरू नहीं हुआ है, रोजाना कोई न कोई इस झूले में फंस रहा है।
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