भाजपा प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र धर्मानी ने प्रदेश सरकार पर बच्चों को शिक्षा के अधिकार से वंचित करने का आरोप
विनोद चड्ढा घुमारवीं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र धर्मानी ने प्रदेश सरकार पर बच्चों को शिक्षा के अधिकार से वंचित करने का आरोप लगाया है । धर्माणी ने प्रेस को जारी अपने बयान में कहा कि खुद सरकार के ही विभाग के द्वारा किए गए ताजा सर्वे में यह बात सामने आई है कि जब से प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में शिक्षण संस्थान बंद किए हैं तब से बंद किए शिक्षण संस्थानों के करीब 67 बच्चे ऐसे भी है जो दोबारा किसी स्कूल में गए ही नहीं।। उन्होंने कहा कि यह बेहद हैरान कर देने वाला विषय है।लेकिन सरकार इस बात से अनजान है।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पिछले दो वर्षों में 1000 से अधिक शिक्षण संस्थान बंद किए गए हैं और इन शिक्षण संस्थानों को बंद करने के बाद बहुत से बच्चे ऐसे है जो शिक्षा जैसे मूलभूत अधिकार से वंचित हो गए हैं ।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मैं बेशक राजनीतिक मनसा के तहत भाजपा सरकार द्वारा खोले गए शिक्षा संस्थानों को बंद किया हो। लेकिन यह फैसला आज प्रदेश के बच्चों पर भारी पड़ गया है ।
धर्मानी ने कहा एक तरफ तो कांग्रेस के ही पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह कहते थे कि प्रदेश में एक भी बच्चा अशिक्षित नहीं रहेगा और अगर उन्हें एक बच्चे के लिए भी स्कूल खोलना पड़े तो वैसा करेंगे। लेकिन वर्तमान में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह इसके विपरीत केवल राजनीतिक द्वेष के तहत काम कर रहे हैं । देशभर की रैंकिंग व्यवस्था में हमेशा शीर्ष पर रहने वाला राज्य आज 21 स्थान पर पहुंच चुका है। लेकिन सरकार अभी भी करीब 300 और शिक्षण संस्थानों को बंद करने का फैसला ले चुकी है ।
धर्मानी ने प्रदेश में शिक्षा के लगातार गिरते स्तर के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है तथा कहा कि सरकार के गैर जिम्मेदाराना रवैये व फैसलों के कारण प्रदेश के बच्चे शिक्षा वंचित हो रहे हैं ।उन्होंने कहा कि आज सरकार शिक्षा के गिरते स्तर को शिक्षा विभाग व अधिकारियों को इसका जिम्मेदार ठहरने में लगी है। जबकि यह सारी जिम्मेदारी सरकार की है।
उन्होंने कहा कि बीते दो वर्षों में सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में सिर्फ शिक्षण संस्थानों को बंद करने के अलावा और कोई काम नहीं किया है यही कारण है कि शिक्षा के गुणवत्ता के मामले में प्रदेश लगातार पिछड़ता जा रहा है।
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