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शनिवार, 18 जून 2022

हिमाचल किसान सभा पीरन पंचायत के राजकीय प्राथमिक पाठाशाला, धाली-बागड़ा में अध्यापक की नियुक्ति बारे

हिमाचल किसान सभा पीरन पंचायत के राजकीय प्राथमिक पाठाशाला, धाली-बागड़ा में अध्यापक की नियुक्ति बारे








पीरन पंचायत के धाली.बागड़ा स्कूल तथा मांजू पंचायत के डाबरी स्कूल के प्रतिनिधिमण्डल किसान सभा के राज्याध्यक्ष डॉ कुलदीप सिंह तंवर के नेतृत्व में संयुक्त निदेशक, प्रारंभिक शिक्षा हिमाचल प्रदेश से मिले।

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संयुक्त निदेशक डॉ भुवन शर्मा ने अस्थायी प्रबंध करते हुए धाली स्कूल में एक अध्यापक की प्रतिनियुक्ति करते हुए एक सप्ताह के भीतर स्थायी अध्यापक की नियुक्ति का आश्वासन दिया।



साथ ही डाबरी स्कूल में भी TGT non-medical की नियुक्ति का भी आश्वासन दिया।



इसके बाद भवन निर्माण से सम्बंधित मामलों पर उप निदेशक उच्च शिक्षा मिश्रा जी से मिले। उन्होंने प्राथमिकता के तौर पर धाली स्कूल एवं डाबरी स्कूल के छत निर्माण को लेकर आश्वासन दिया।



प्रतिनिधिमंडल में धाली से पंचायत उप प्रधान सन्दीप मेहता, एसएमसी अध्यक्ष अशोक नेगी, सुनील, सतीश, नीलम, पूनम, आशा देवी, प्रदीप, हेतराम, मांजू से हरि सिंह वर्मा, मदन भारद्वाज, हरि सिंह, शमशेर सिंह सहित किसान सभा से सत्यवान पुण्डीर, जयशिव ठाकुर, सुरेश पुण्डीर उपस्थित रहे।


जयशिव ठाकुर
सचिव

ज्ञापन

हिमाचल किसान सभा
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क्र0सं0 6/2022 दिनांकः 18-06-2022
सेवा में
निदेशक
प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय, हि0प्र0
विषय: पीरन पंचायत के राजकीय प्राथमिक पाठाशाला, धाली-बागड़ा में अध्यापक की नियुक्ति बारे।
महोदय,
शिमला के एक छोर पर बसी मशोबरा विकास खण्ड की ग्राम पंचायत पीरन के राजकीय प्राथमिक पाठशाला धाली-बागड़ा में इस समय 61 विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, जिनमें अधिकांश अनुसूचित जाति से सम्बंधित हैं। यह पाठशाला उच्च विद्यालय के परिसर से जुड़ी है तथा यहां पर  पिछले कई वर्षों से अध्यापकों की भारी कमी रही है। पिछले कुछ महीनों से यहां पर अध्यापक डेपुटेशन पर ही आते रहे हैं और तीन-चार महीनों के बाद बदलते रहे हैं। यह स्कूल पिछले कई वर्षों से केवल एक ही अध्यापक के सहारे ही चल रहा है। जबकि सरकार के ही छात्र-शिक्षक अनुपात के मापदंडों की यहां पर धज्जियां उड़ रही हैं। एक अध्यापक पांच कक्षाओं के 61 बच्चों को आखिर कैसे पढ़ा एवं सम्भाल पाता है?
चार माह पूर्व इस स्कूल में एक डेपुटेशन पर सेवारत अध्यापक के स्थान पर प्रताड़ना के आधार पर अधयापक को नियुक्त किया गया था, परन्तु केवल तीन महीने के बाद ही बिना वैकल्पिक प्रबंध किए मुख्यमंत्री की स्वीकृति के द्वारा इनका स्थानान्त्रण किया गया है। यहां सवाल उठता है कि ऐसा करना कितना तर्कसंगत है? और इस पाठशाला में इतनी बड़ी संख्या में बच्चों का भविष्य किसके सहारे है?
धाली-बागड़ा का यह स्कूल पिछले काफी समय से विवादों में रहा है, जहां पर कुछ महीने पहले इसी स्कूल के भवन का एक पिल्लर गिरने से एक बड़ा हादसा होने से बाल-बाल बचा। लेकिन शिक्षा विभाग एवं प्रशासन की लापरवाही के चलते कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं।
अतः हिमाचल किसान सभा इस पाठशाला के बच्चों के भविष्य को मददेनजर रखते हुए विभाग से तुरंत कार्यवाही की अपेक्षा करते हुए पर्याप्त एवं नियमित अध्यापकों की नियुक्ति की मांग करती है।

(डाॅ. कुलदीप सिंह तंवर) (जयशिव सिंह ठाकुर)      (सत्यवान पुण्डीर)
राज्याध्यक्ष    सचिव, क्षेत्रीय कमेटी, कसुम्पटी     जिलाध्यक्ष, शिमला


हिमाचल किसान सभा
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क्र0सं0 6/2022 दिनांकः 18-06-2022
सेवा में
निदेशक
उच्च शिक्षा निदेशालय, हि0प्र0
विषय: मांजू-डाबरी पंचायत के राजकीय उच्च विद्यालय में अध्यापक की नियुक्ति बारे।
महोदय,
मशोबरा विकास खण्ड की बल्देयां से अलग हुई मांजू-डाबरी पंचायत के राजकीय उच्च विद्यालय डाबरी में मुख्याध्यापक तथा टी.जी.टी. (नाॅन मेडिकल) के पद रिक्त होने के कारण एक ओर जहां विद्यार्थियों को पढ़ाई में बाधा आ रही है वहीं दूसरी ओर विद्यालय में प्रशासन व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने में भी कठिनाई आ रही है। इस पाठशाला में 50 से अधिक विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
अतः किसान सभा आपसे मांग करती है कि शीघ्र ही इस पाठशाला में मुख्याध्यापक तथा टी.जी.टी. (नाॅन मेडिकल) की नियुक्ति करके विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को राहत प्रदान करने की कृपा करें।
भवदीय


(डाॅ. कुलदीप सिंह तंवर)  (जयशिव सिंह ठाकुर)   (सत्यवान पुण्डीर)
राज्याध्यक्ष    सचिव, क्षेत्रीय कमेटी, कसुम्पटी        जिलाध्यक्ष, शिमला

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