कांग्रेस पार्टी का ओवर कॉन्फिडेंट होना हिमाचल और गुजरात के चुनाव जितने के लिए कोई ठोस रणनीति नही
BHK NEWS HIMACHAL
कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व और प्रदेश नेतृत्व विशेष तौर से हिमाचल और गुजरात के चुनाव जितने के लिए कोई ठोस रणनीति नहीबाना पाने की मुख्य वजह पार्टी का ओवर कॉन्फिडेंट होना कांग्रेस के आंतरिक संगठनात्मक के चुनावो का झमेला रहा हो या फिर दो माह से टिकट वितरंकी चयन प्रक्रिया में बारबर दिल्ली के चक्कर कटवाने या फिर नेताओ में भिन्न भिन्न राय नेतृत्व की एकजुटता नही होना आया राम गया राम को टिकट देना संगठन के किसी भी मुखिया को टिकट नहीं देना या उनकी अनुशंशा को दरकिनार करना बार बार बैठक टालना टिकट की सूची में देरी करना ही मुख्य कारण रहेंगे उत्तराखंड की पुनावरित का भय या वह दृश्य दोहराया जा सकता है जनता कांग्रेस को आता सौंपना चाहती है बशर्ते कांग्रेस सता ग्रहण के लिए उसका नेतृत्व तयारी तो करे कोशिश तो करे नेतृत्व सही दिशा दशा नीति नियम नही बना पा रहा है कही कांग्रेस की पांच वर्ष बदलाव की अवधारणा पर पानी न फिर जाए कांग्रेस की अति उत्सकता नुकसान न पहुंच पाए क्योंकि कांग्रेस बीजेपी में आया राम गया राम को टिकट देकर अपनी रही सही छवि भी बिगाड़ने पर तुली भाजपा के एक दर्जन विधायको के टिकट कटने के बाद बीजेपी नेतृत्व शख्त और कांग्रेस नेतृत्व वही घिसे पिटेते चेहरे सामने ला रहीयुवाओ को महिलाओं को टिकट नहीं वही उमर द्राज लोगो के लिए टिकट संगठन के लोगो के लिए धक्के शाही कर रही चुनावी मुद्दे कही भी नही दिख रहे सिधांतो की कमी नियमो को ताकपर रखकर गुप्त सुर्वेक्षकी झूठ रिपोर्ट के नाम पर एक दूसरे नेता द्वारा अपने विरोधी को निशाने पार्लेकर ठिकाने लगाने का कुप्रयास ठाकुर हीरापाल पूर्व प्रदेश कांग्रेस सचिव
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