*अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल विश्वविद्यालय इकाई ने शिक्षा सचिव को सौंपा ज्ञापन* *हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा विभाग में की जा रही अस्थाई नियुक्तियों का किया विरोध*
*अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल विश्वविद्यालय इकाई ने शिक्षा सचिव को सौंपा ज्ञापन*
*हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा विभाग में की जा रही अस्थाई नियुक्तियों का किया विरोध*
BHK NEWS HIMACHAL ज्योति शिमला
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दिनांक - 27/04/2023
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश के प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने एक ब्यान जारी करते हुए जानकारी दी है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश ने आज शिक्षा सचिव हिमाचल प्रदेश को विभिन्न शिक्षा संबंधी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
आकाश नेगी ने कहा कि सरकार द्वारा शिक्षा विभाग में की जाने वाली अस्थाई नियुक्तियों का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कड़ा विरोध करती है। यह सारी भर्तियां चयन आयोग के माध्यम से व बैच वाइज आधार पर की जानी चाहिए। चुनाव से पहले कांग्रेस द्वारा किए गए वायदे के अनुरूप स्थाई भर्तियां बिल्कुल ना की जाए। ऐसा करने से वर्तमान सरकार भी पूर्व की सरकारों की तरह बैक डोर भर्तियां करने जा रही है। उन्होंने कहा है कि स्थाई रूप से भर्तियां कमीशन के माध्यम से की जाए।
उन्होंने कहा कि आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विभिन्न शिक्षा संबंधी मांगों को लेकर शिक्षा सचिव को ज्ञापन सौंपा।
*मुख्य मांगे*
प्रदेश के दूर दराज के क्षेत्रों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए 3 साल के लिए टीजीटी, जेबीटी, चित्रकारी शिक्षक, शास्त्री आदि की नियुक्ति की जाएगी।
भर्ती प्रक्रिया बिना किसी परीक्षा के होगी। जिला स्तर पर शिक्षा निदेशक इस भर्ती प्रक्रिया को पूरा करवाएंगे। तीन साल की सेवा काल के दौरान फिक्स वेतन मान दिया जाएगा। किसी भी प्रकार की अन्य सुविधाएं जैसे OPS NPS तथा अन्य प्रकार के भत्ते नहीं दिए जायेंगे। तीन साल की सेवा कभी भी समाप्त की जा सकती है। किसी भी स्कूल में रेगुलर अध्यापक आने पर इस प्रकार के सभी कार्यरत कर्मचारियों को निकाल दिया जाएगा। जिस किसी विद्यार्थी ने आज से 10 साल पहले दसवीं कक्षा उत्तीर्ण की है और जिसने आज से 5 साल पहले उसकी अंक प्रतिशत में दिन रात का अंतर है तो फिर यह कैसे न्यायोचित होगा।ग्रामीण विद्या उपासक, पीटीए, पैरा टीचर्स सब की नियुक्ति दुर्गम क्षेत्रों और जनजातीय क्षेत्र में अस्थाई तौर पर हुई थी। आज वह कहां हैं। आखिर कितने प्रयोग होंगे उपरोक्त क्षेत्रों से। तीन दशकों से तो यहां के बच्चे ही झेल रहे हैं, अब अगली पीढ़ी भी झेलेगी।
युवा पीढ़ी जो जेबीटी, Be.d, शास्त्री करके पक्की नौकरी के लिए दिन रात मेहनत कर रहा है ये उन सभी युवाओं के साथ धोखा है।शिक्षा में ठेकेदारी जैसी प्रथा लाना प्रदेश के युवाओं के साथ धोखा है।
उन्होंने कहा कि इन मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए अन्यथा विद्यार्थी परिषद इस प्रदेश के अंदर कड़ा आंदोलन करेगी।
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