बुधवार, 30 नवंबर 2022

*G20 समूह की अध्यक्षता करना भारत के हर नागरिक के लिए गर्व की बात : मृदुला शारदा* *G20 Presidency - What It Means For INDIA विषय पर एबीवीपी एचपीयू इकाई ने किया संगोष्ठी का आयोजन*

 


*G20 समूह की अध्यक्षता करना भारत के हर नागरिक के लिए गर्व की बात : मृदुला शारदा*


*G20 Presidency  -  What It Means For INDIA विषय पर एबीवीपी एचपीयू इकाई ने किया संगोष्ठी का आयोजन*



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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा आज  G20 Presidency - What it Means For INDIA विषय पर विवि के विधि विभाग के सेमिनार हॉल में संगोष्ठी का आयोजन किया | इस संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के तौर पर डॉ मृदुला शारदा ( विभागअध्यक्षा राजनीतिक विज्ञान विभाग, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ) मुख्य रूप से मौजूद रहीं |






कार्यक्रम में मौजूद छात्र - छात्राओं को सम्बोधित करते हुए डॉ शारदा ने कहा कि "भारत के लिए यह आयोजन गर्व का विषय है" G20 का आयोजन 130 करोड़ भारतीयों की शक्‍त‍ि और सामर्थ्य का प्रतिनिधित्व कर रहा है | दुनिया को G20 से काफी उम्मीदे हैं और वैश्विक विकास महिलाओं की भागीदारी के बिना संभव नहीं है | G-20 एजेंडा में महिलाओं के नेतृत्व में विकास को प्राथमिकता देनी होगी।"उन्होंने कहा कि भारत G-20 का जिम्मा ऐसे समय ले रहा है जब विश्व जियो पॉलिटिकल तनावों, आर्थिक मंदी और ऊर्जा की बढ़ी हुई कीमतों और महामारी के दुष्प्रभावों से एक साथ जूझ रहा है. ऐसे समय विश्व G-20 के तरफ आशा की नज़र से देख रहा है. भारत को G-20 समूह की अध्यक्षता मिलने से  दुनिया को साफ संदेश गया है कि वैश्विक मुद्दों पर भारत का नजरिया सुलझा हुआ और बेहतरीन समाधान वाला है.इस मंच पर भारत अपने सकारात्मक और रचनात्मक नजरिए के जरिए एक  समाधान सुझाने वाला और आम सहमति बनाने वाले वैश्विक नेतृत्व करने वाले देश के तौर पर उभरा है. उन्होंने कहा कि G-20 का मंच कोई साधारण मंच नहीं है. यह दुनिया के सकल घरेलू उत्पाद के 85 फीसदी तो व्यापार में 75 फीसदी से अधिक का नुमाइंदगी करता है विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी इस समूह में है. भारत अब इस G-20 समूह का नेतृत्व करने जा रहा है। आजादी के इस अमृतकाल में देश के सामने ये कितना बड़ा अवसर आया है। ये हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि G-20 की अध्यक्षता के दौरान पर्यावरण, महिलाओं के नेतृत्व में विकास, शांति और सुरक्षा, आर्थिक विकास, तकनीकी नवाचार भारत की प्राथमिकता होनी चाहिए ; उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत इसे "एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य" की तरह लेकर चल रहा है.भारत विश्व का समृद्ध और सजीव लोकतंत्र है। हमारे पास लोकतंत्र के संस्कार हैं और मदर ऑफ डेमोक्रेसी के रूप में गौरवशाली परंपरा भी है।






उन्होंने कहा कि दुनिया के प्रति-दिन बदलते माहौल में आर्थिक विकास के लिये विकासशील देशों के बीच आपसी संवाद और तालमेल बेहद अहम है। इस प्रकार तमाम देश आपसी सहयोग और समझदारी से न सिर्फ वैश्विक चुनौतियों का सामना कर सकते हैं बल्कि खुद को भी आर्थिक तौर पर मज़बूत बना सकते हैं।भारत अगले अध्यक्ष के रूप में वैश्विक हित के मुद्दों को एक बड़ी आवाज देने की कोशिश करेगा।


कार्यक्रम के अंत में इकाई सह मंत्री मुकेश ने इस संगोष्ठी को सफल बनाने के लिए संगोष्ठी में मौजूद समस्त छात्र शक्ति का इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए धन्यवाद व्यक्त किया | 





*नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सांकेतिक हड़ताल को किया खत्म*


*नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सांकेतिक हड़ताल को किया खत्म*



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आज एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा ईआरपी सिस्टम की खामियों के खिलाफ पिछले कल से चली आ रही सांकेतिक हड़ताल को नुक्कड़ के माध्यम से आज समाप्त किया गया 

एसएफआई के लोक सांस्कृतिक मंच के रंगकर्मी साथियों द्वारा इस सांकेतिक हड़ताल को समाप्त करने से पहले नुक्कड़ के माध्यम से ईआरपी सिस्टम के कारण प्रदेशभर में जो यू जी का रिजल्ट 80%खराब आया है और जो ईआरपी के अंदर खामियां है उसको नुक्कड़ के माध्यम से दिखाया गया।



 एसएफआई इकाई सचिवालय सदस्य कामरेड साहिल ने बताया कि जो UG का प्रथम वर्ष का परीक्षा परिणाम आया है उसके अंदर काफी खामियां है जिसके चलते पूरे प्रदेश के अंदर 80%छात्रों का रिजल्ट खराब आया है इसका जिम्मेदार विश्वविद्यालय प्रशासन है विश्वविद्यालय के अंदर इआरपी सिस्टम के चलते इस तरह का परीक्षा परिणाम सामने आया है जिसके चलते छात्रों को मानसिक दौर से गुजरना पड़ रहा है। 



एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई सह सचिव संतोष ने संकेतिक हड़ताल को समाप्त करने से पहले बात रखते हुए कहा कि एसएफआई बड़े लंबे समय से इस इआरपी सिस्टम को विश्वविद्यालय से निकालने की मांग कर रही है परंतु विश्वविद्यालय प्रशासन इस ओर कोई सुध नहीं ले रहा है जिसके चलते इसका परिणाम छात्रों को भुगतना पड़ रहा है और इसके कारण कुछ छात्रों ने प्रदेश के अंदर आत्महत्या करने की कोशिश की है । उन्होंने बात रखते हुए कहां की विश्वविद्यालय प्रशासन पिछले दो-तीन सालों से ऑनलाइन इआरपी सिस्टम के माध्यम से परीक्षाओं की चेकिंग करवा रहा है जिसके कारण छात्रों के आधे अधूरे परीक्षा परिणाम देखने को मिल रहे हैं इससे पहले भी इस तरह के परिणाम पीजी छात्रों के आ चुके हैं विश्वविद्यालय प्रशासन ने इआरपी सिस्टम के माध्यम से एक प्राइवेट कंपनी को विश्वविद्यालय की एग्जामिनेशन ब्रांच को पूरा ठेके में दिया है यह कंपनी छात्रों के पेपरों को ऑनलाइन स्क्रीनिंग के माध्यम से चेक करवाती है पर विश्वविद्यालय का रेगुलर कर्मचारी जिसके देखरेख में यह पेपर चेक होने चाहिए थे उसके देखरेख में यह पेपर चेक नहीं हो रहे हैं जिसके चलते विश्वविद्यालय के सिक्रेसी पर भी सवाल खड़े उठते है। 



पिछले लंबे समय से विश्वविद्यालय प्रशासन ने नॉन टीचिंग स्टाफ की रेगुलर भर्ती नहीं करवाई है जिसके चलते छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और पूरे विश्वविद्यालय का निजीकरण और ठेकाकरण करने की कोशिश विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा की जा रही है। उन्होंने कहा कि आज विश्वविद्यालय प्रशासन विश्वविद्यालय के ऑर्डिनेंस को दरकिनार करते हुए विश्वविद्यालय निजी हाथों में देने के लिए तैयारियां कर रहा है।

इकाई अध्यक्ष हरीश ने बताया कि वर्तमान में यह विश्वविद्यालय अध्ययन का केंद्र न रहकर सिर्फ पैसे कमाने की फैक्ट्री बन कर रह गया है। ERP की खामियों से हुई छोटी सी गलती के लिए भी विश्वविद्यालय 600₹ रूपये छात्रों से वसूल करता है अब जब प्रशासन के सिस्टम की गलती है तो उसके लिए छात्र फीस क्यों दे?  एसएफआई की साफ मांग है कि छात्रों के री इवेल्यूएशन की फीस माफ की जानी चाहिए। साथ ही साथ जो विश्वविद्यालय की रेंकिंग में लगातार गिरावट हो रही है उसके लिए भी एसएफआई ने रोष प्रकट किया है। एसएफआई ने आरोप लगाया है कि NAAC द्वारा जो विश्वविद्यालय की CGPA मैं गिरावट की गई है उसका प्रमुख कारण उन्होंने यहां का टीचिंग और लर्निंग में निम्न स्तर बताया है। एसएफआई ने आरोप लगाया है कि विश्वविद्यालय के अध्यापक पढ़ाने का काम छोड़ राजनीतिक कार्यों में ज्यादा ध्यान दे रहे है। जिसका खामयाजा विश्वविद्यालय को GCPA में कमी के रूप में देखना पड़ा। एक साथ उन्होंने अपनी बात को खत्म करते हुए इस साकेत हड़ताल को भी समाप्त किया और उन्होंने कहा कि



  यदि प्रशासन द्वारा समय रहते इन सब छात्र मांगों जिसमें UG results को दुरुस्त करना, re evaluation फीस माफ करने व विश्वविद्याल में हो रही धांधलियों पर रोक लगाने की मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं करता है तो एसएफआई तमाम छात्र समुदाय को एकजुट करते हुए व्यापक आंदोलन खड़ा करेगी जिसकी सारी जिम्मवारी प्रशासन की होगी।



                                    


सैंज घाटी बंजार में एक दिवसीय दिव्यंगता पहचान शिविर आयोजित ।

 सैंज घाटी बंजार में एक दिवसीय दिव्यंगता पहचान शिविर आयोजित ।


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 मंडी यादविंदर कुमार :- सैंज घाटी  में आश बाल विकास केंद्र द्वारा एक  थैरेपी शिविर का आयोजन किया गया जिस दौरान तहसीलदार  श्री हीरा चंद सैंज मुख्य रूप से उपस्थित रहे। तहसीलदार सैंज ने सराहना करते हुए कहा कि आश बाल विकास केंद्र द्वारा "थेरेपी ऑन  व्हील्स" नामक गाड़ी से जो सेवाएं सैंज घाटी को दी जानी प्रस्तावित हैं, उनसे दिव्यांग जनों को उनके घर के द्वार पर सुविधाएं मिलेंगी। सैंज घाटी के दिव्यांग जनों के लिए यह एक सराहनीय पहल है और सैंज जैसे दुर्गम क्षेत्र को इस सेवा के लिए चिन्हित करना दिव्यांगता के क्षेत्र में काम करने के लिए एक सराहनीय कदम है। डॉ श्रुति मोरे भारद्वाज, निदेशक साँफिया फाउंडेशन ने जानकारी देते हुए बताया कि साँफिया फाउंडेशन का " थैरेपी ऑन व्हील्स" नामक प्रोजेक्ट जो कि सैंज घाटी के लिए चयनित हुआ है इसके अंतर्गत सैंज घाटी में सप्ताह में एक दिन दिव्यांग जनों को थेरेपी सेवाएं मुहैया कराई जाएंगी। इस दौरान  शिविर में लगभग 15 बच्चों को थेरेपी सेवाएं मुहैया कराई गई व आसपास के क्षेत्र के लोगों को जनता के विषय पर जागरूकता पहुंचाई गई। बता दें कि "थेरेपी ऑन व्हील्स" प्रोजेक्ट एक निजी संस्थान इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (इरेडा) द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम है जो कि जिला कुल्लू के विभिन्न क्षेत्रों में दिव्यांगता के क्षेत्र में पिछले लगभग 2 वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहा है। इसी के चलते एक "थेरेपी ऑन व्हील्स" नामक प्रोजेक्ट अब सिर्फ बंजार और सैंज घाटी के लिए चयनित किया गया है।  संस्था की तरफ से डॉ. सोनू फिजियोथैरेपिस्ट ,  कार्यक्रम प्रबन्धक श्री बीजू, डॉ .अनु ,डॉ आर्य  सुश्री धनेश्वरी, सुश्री शिवाली, श्री टेकचंद तथा मान चंद आदि मौजुद रहे।




त्रिसंगम पब्लिक स्कूल रिवालसर में मनाया वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोही

 त्रिसंगम पब्लिक स्कूल रिवालसर में मनाया वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोही



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यादविंदर कुमार नेरचौक : आज त्रिसंगम पब्लिक स्कूल रिवालसर में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी के कुलपति प्रोफेसर देवदत शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। स्कूल प्रबंधन ने मुख्यतिथि का स्वागत किया। इस दौरान नन्हें नन्हें  बच्चों ने भी मुख्यातिथि के स्वागत में अपनी प्यारी प्यारी  प्रस्तुतियां देकर सबका दिल जीत लिया। इस समारोह में मुख्यातिथि के साथ SMC प्रधान बृज लाल शर्मा,ज़िला परिषद् सदस्या प्रियंता शर्मा, हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के प्रबंधक पवन ठाकुर, स्कूल के चेयरमैन भगवान दास शर्मा, प्रधानाचार्य किशन चंद और स्कूल के अन्य स्टाफ मौजूद रहा। मुख्यातिथि ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य और हर क्षेत्र में आगे बढ़ने का आशिर्वाद दिया।


बाइट  प्रोफेसर देवदत्त शर्मा,कुलपत्ति,सरदार पटेल विश्वविद्यालय 




 

महीनों बाद जागा शाशन-प्रशाशन,रिवालसर झील परिक्रमा में सडक की टायरिंग का कार्य शुरू

 महीनों बाद जागा शाशन-प्रशाशन,रिवालसर झील परिक्रमा में सडक की टायरिंग का कार्य शुरू 


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यादविंदर कुमार नेरचौक :- कई महीनें बीतने के बाद शासन-प्रशासन हरकत में आया और रिवालसर झील परिक्रमा में सड़क की टायरिंग का कार्य जो कई दिनों से बन्द पड़ा हुआ था उसे ठेकेदार द्वारा दोबारा शुरु कर दिया गया है। बीते शनिवार डीसी मंडी समेत उनकी टीम ने रिवालसर झील परिक्रमा का निरीक्षण किया था और ठेकेदार को आदेश दिए थे कि जल्द से जल्द इस कार्य को पूर्ण किया जाए क्योंकि इस सड़क की हालत इतनी खराब है कि यहाँ लोगों को पैदल चलना भी बहुत मुश्किल होता है। यह एक पर्यटन स्थल होने के साथ साथ एक तीर्थ स्थल भी है जहां हर वर्ष हजारों श्रद्धालु यहां इस पवित्र स्थल में  आते हैं।






 

मंगलवार, 29 नवंबर 2022

लोकेशन मंडी अजय सूर्या कपाही मे संदिग्ध परिस्थिति मे मिला शव,जांच मे जुटी पुलिस मंडी जिला के उपमंडल सुंदरनगर की ग्राम पंचायत कपाही के गांव डोढ़वां में मंगलवार सुबह युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने का मामला सामने आया है। इससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। आशंका जताई जा रही है कि बीती देर रात सुंदरनगर-लेदा सड़़क मार्ग किसी वाहन द्वारा टक्कर लगने से युवक की मौत हुई है। इसको लेकर पुलिस अभी पुख्ता सबूत जुटा रही है। मामले को लेकर डीएसपी सुंदरनगर दिनेश कुमार और पुलिस थाना की टीम द्वारा जांच अमल में लाई जा रही है। लेकिन अभी यह तय नहीं हो पाया है कि युवक की मौत वाहन द्वारा टक्कर लगने से हुई है। मामले में फॉरेंसिक एक्सपर्ट टीम द्वारा भी मौके पर जांच अमल में लाई जा रही है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह पुलिस थाना सुंदरनगर में फोन के माध्यम से ग्राम पंचायत कपाही में सुंदरनगर-लेदा मार्ग पर डोढ़वां में सड़क किनारे स्थानीय युवक का शव मिलने की सूचना प्राप्त हुई। इस पर पुलिस थाना सुंदरनगर की टीम ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई। प्रारंभिक जांच में युवक की किसी वाहन द्वारा टक्कर लगने से मौत होना पाया जा रहा है। लेकिन अभी मौत के असली कारणों का खुलासा फॉरेंसिक और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद होगा। मृतक की शिनाख्त उपमंडल सुंदरनगर की ग्राम पंचायत कलौहड़ के गांव देरडु निवासी 35 वर्षीय मुंशी राम पुत्र नरायण सिंह के तौर पर हुई है। मृतक मजदूरी का कार्य करता था और अभी डेढ़ वर्ष पहले ही उसकी शादी हुई थी। मुंशी राम के माता-पिता का देहांत भी हो चुका है और अब उसके परिवार में सिर्फ पत्नी की बची हैं। मामले को लेकर डीएसपी सुंदरनगर दिनेश कुमार ने कहा कि मंगलवार सुबह पुलिस थाना सुंदरनगर में सुंदरनगर-लेदा सड़क मार्ग पर डोढ़वां में सड़क किनारे एक शव मिलने की सूचना प्राप्त हुई थी। इस पर पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए शव को कब्जे में लेकर आगामी जांच शुरू कर दी है। दिनेश कुमार ने कहा कि मौके पर फॉरेंसिक एक्सपर्ट टीम द्वारा भी जांच की जा रही है। बाइट - डीएसपी सुंदरनगर, दिनेश कुमार

 


कपाही मे संदिग्ध परिस्थिति मे मिला शव,जांच मे जुटी 


कपाही मे संदिग्ध परिस्थिति मे मिला शव,जांच मे जुटी पुलिस



मंडी जिला के उपमंडल सुंदरनगर की ग्राम पंचायत कपाही के गांव डोढ़वां में मंगलवार सुबह युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने का मामला सामने आया है। इससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। आशंका जताई जा रही है कि बीती देर रात सुंदरनगर-लेदा सड़़क मार्ग किसी वाहन द्वारा टक्कर लगने से युवक की मौत हुई है। इसको लेकर पुलिस अभी पुख्ता सबूत जुटा रही है। मामले को लेकर डीएसपी सुंदरनगर दिनेश कुमार और पुलिस थाना की टीम द्वारा जांच अमल में लाई जा रही है। लेकिन अभी यह तय नहीं हो पाया है कि युवक की मौत वाहन द्वारा टक्कर लगने से हुई है। मामले में फॉरेंसिक एक्सपर्ट टीम द्वारा भी मौके पर जांच अमल में लाई जा रही है। 
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह पुलिस थाना सुंदरनगर में फोन के माध्यम से ग्राम पंचायत कपाही में सुंदरनगर-लेदा मार्ग पर डोढ़वां में सड़क किनारे स्थानीय युवक का शव मिलने की सूचना प्राप्त हुई। इस पर पुलिस थाना सुंदरनगर की टीम ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई। प्रारंभिक जांच में युवक की किसी वाहन द्वारा टक्कर लगने से मौत होना पाया जा रहा है। लेकिन अभी मौत के असली कारणों का खुलासा फॉरेंसिक और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद होगा। मृतक की शिनाख्त उपमंडल सुंदरनगर की ग्राम पंचायत कलौहड़ के गांव देरडु निवासी 35 वर्षीय मुंशी राम पुत्र नरायण सिंह के तौर पर हुई है। मृतक मजदूरी का कार्य करता था और अभी डेढ़ वर्ष पहले ही उसकी शादी हुई थी। मुंशी राम के माता-पिता का देहांत भी हो चुका है और अब उसके परिवार में सिर्फ पत्नी की बची हैं। मामले को लेकर डीएसपी सुंदरनगर दिनेश कुमार ने कहा कि मंगलवार सुबह पुलिस थाना सुंदरनगर में सुंदरनगर-लेदा सड़क मार्ग पर डोढ़वां में सड़क किनारे एक शव मिलने की सूचना प्राप्त हुई थी। इस पर पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए शव को कब्जे में लेकर आगामी जांच शुरू कर दी है। दिनेश कुमार ने कहा कि मौके पर फॉरेंसिक एक्सपर्ट टीम द्वारा भी जांच की जा रही है।


बाइट - डीएसपी सुंदरनगर, दिनेश कुमार






एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा ईआरपी सिस्टम की खामियों के खिलाफ पिंक पेटल में धरना प्रदर्शन एवम 24 घंटे की सांकेतिक हड़ताल शुरू की गई है

 एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा ईआरपी सिस्टम की खामियों के खिलाफ पिंक पेटल में धरना प्रदर्शन एवम 24 घंटे की सांकेतिक हड़ताल शुरू की गई है


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29/11/2022


आज एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा ईआरपी सिस्टम की खामियों के खिलाफ पिंक पेटल में धरना प्रदर्शन एवम 24 घंटे की सांकेतिक हड़ताल शुरू की गई है।

धरने प्रदर्शन को संचालित करते हुए एसएफआई इकाई सचिवालय सदस्य कामरेड हरीश ने बताया कि जो UG का प्रथम वर्ष का परीक्षा परिणाम आया है उसके अंदर काफी खामियां है जिसके चलते पूरे प्रदेश के अंदर 80%छात्रों का रिजल्ट खराब आया है इसका जिम्मेदार विश्वविद्यालय प्रशासन है विश्वविद्यालय के अंदर इआरपी सिस्टम के चलते इस तरह का परीक्षा परिणाम सामने आया है जिसके चलते छात्रों को मानसिक दौर से गुजरना पड़ रहा है। 



एसएफआई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई उपाध्यक्ष कॉमरेड कुलदीप ने धरने प्रदर्शन में बात रखते हुए कहा कि एसएफआई बड़े लंबे समय से इस इआरपी सिस्टम को विश्वविद्यालय से निकालने की मांग कर रही है परंतु विश्वविद्यालय प्रशासन इस ओर कोई सुध नहीं ले रहा है जिसके चलते इसका परिणाम छात्रों को भुगतना पड़ रहा है और इसके कारण कुछ छात्रों ने प्रदेश के अंदर आत्महत्या करने की कोशिश की है । उन्होंने बात रखते हुए कहां की विश्वविद्यालय प्रशासन पिछले दो-तीन सालों से ऑनलाइन इआरपी सिस्टम के माध्यम से परीक्षाओं की चेकिंग करवा रहा है जिसके कारण छात्रों के आधे अधूरे परीक्षा परिणाम देखने को मिल रहे हैं इससे पहले भी इस तरह के परिणाम पीजी छात्रों के आ चुके हैं विश्वविद्यालय प्रशासन ने इआरपी सिस्टम के माध्यम से एक प्राइवेट कंपनी को विश्वविद्यालय की एग्जामिनेशन ब्रांच को पूरा ठेके में दिया है यह कंपनी छात्रों के पेपरों को ऑनलाइन स्क्रीनिंग के माध्यम से चेक करवाती है पर विश्वविद्यालय का रेगुलर कर्मचारी जिसके देखरेख में यह पेपर चेक होने चाहिए थे उसके देखरेख में यह पेपर चेक नहीं हो रहे हैं जिसके चलते विश्वविद्यालय के सिक्रेसी पर भी सवाल खड़े उठते है। 



पिछले लंबे समय से विश्वविद्यालय प्रशासन ने नॉन टीचिंग स्टाफ की रेगुलर भर्ती नहीं करवाई है जिसके चलते छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और पूरे विश्वविद्यालय का निजीकरण और ठेकाकरण करने की कोशिश विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा की जा रही है। उन्होंने कहा कि आज विश्वविद्यालय प्रशासन विश्वविद्यालय के ऑर्डिनेंस को दरकिनार करते हुए विश्वविद्यालय निजी हाथों में देने के लिए तैयारियां कर रहा है।



कॉमरेड कुलदीप ने बताया कि वर्तमान में यह विश्वविद्यालय अध्ययन का केंद्र न रहकर सिर्फ पैसे कमाने की फैक्ट्री बन कर रह गया है। ERP की खामियों से हुई छोटी सी गलती के लिए भी विश्वविद्यालय 600₹ रूपये छात्रों से वसूल करता है अब जब प्रशासन के सिस्टम की गलती है तो उसके लिए छात्र फीस क्यों दे? अतः एसएफआई की साफ मांग है कि छात्रों के री इवेल्यूएशन की फीस माफ की जानी चाहिए। साथ ही साथ जो विश्वविद्यालय की रेंकिंग में लगातार गिरावट हो रही है उसके लिए भी एसएफआई ने रोष प्रकट किया है। एसएफआई ने आरोप लगाया है कि NAAC द्वारा जो विश्वविद्यालय की CGPA मैं गिरावट की गई है उसका प्रमुख कारण उन्होंने यहां का टीचिंग और लर्निंग में निम्न स्तर बताया है। एसएफआई ने आरोप लगाया है कि विश्वविद्यालय के अध्यापक पढ़ाने का काम छोड़ राजनीतिक कार्यों में ज्यादा ध्यान दे रहे है। जिसका खामयाजा विश्वविद्यालय को GCPA में कमी के रूप में देखना पड़ रहा है।



एसएफआई विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष कॉमरेड हरीश ने कहा कि ERP system की खामियां के चलते छात्रों के साथ हो रहे खिलवाड़ व विश्वविद्यालय के गिरते स्तर के खिलाफ एसएफआई विश्वविद्यालय इकाई द्वारा 24 घंटे की सांकेतिक हड़ताल शुरू की है यदि प्रशासन द्वारा समय रहते इन सब छात्र मांगों जिसमें UG results को दुरुस्त करना, re evaluation फीस माफ करने व विश्वविद्याल में हो रही धांधलियों पर रोक लगाने की मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं करता है तो एसएफआई तमाम छात्र समुदाय को एकजुट करते हुए व्यापक आंदोलन खड़ा करेगी जिसकी सारी जिम्मवारी प्रशासन की होगी।









                                    


*एचपीयू में फिर एक बार एबीवीपी का हल्ला बोल* *यूजी के परीक्षा परिणामों को लेकर एबीवीपी हुई उग्र* *यूजी के परीक्षा परिणामों में आ रही अनियमितताओं को लेकर एबीवीपी का धरना प्रदर्शन*

 



*एचपीयू में फिर एक बार एबीवीपी का हल्ला बोल*


*यूजी के परीक्षा परिणामों को लेकर एबीवीपी हुई उग्र*


*यूजी के परीक्षा परिणामों में आ रही अनियमितताओं को लेकर एबीवीपी का धरना प्रदर्शन*




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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई द्वारा आज विवि के ऐतिहासिक पिंक पैटल पर यूजी के परीक्षा परिणामों में आ रही अनियमितताओं को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया | पिंक पैटल पर छात्रों को सम्बोधित करते हुए इकाई उपाध्यक्ष आशीष ने कहा कि यूजी के प्रथम वर्ष के परीक्षा परिणामों को लेकर विद्यार्थियों में अत्यंत रोष है और विवि में लगातार हो रहे धरने इसी बात का परिणाम है | उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने जब से ऑनलाइन प्रणाली विश्वविद्यालयमें लागू किया तब से विद्यार्थियों के परीक्षा परिणामों में अनियमितता सामने आ रही है | उन्होंने कहा कि हाल ही में यूजी के प्रथम वर्ष का जो परीक्षा परिणाम आया है उसमें अगर देखा जाए तो हिमाचल प्रदेश में लगभग 80 प्रतिशत से अधिक छात्र फेल कर दिए गए हैं | उन्होंने कहा कि विवि प्रशासन ने ऐसे समय पर परीक्षा परिणाम घोषित करा है जिस से कि छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है | छात्रों को 4 से 5 पेपरों में 1-1 नंबरों से फेल कर दिया गया है | उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के यूजी प्रथम वर्ष के खराब है नतीजों पर हुए बबाल के बाद बेशक कमेटी ने इसके कारणों का पता लगाने की जाँच शुरू कर दी है | मगर खराब नतीजो के लिए व्यवस्थागत खामियाँ, आवश्यक संसाधनों की कमी कहीं ना कहीं जिम्मेदार है | परीक्षा परिणामों को लेकर पूरे प्रदेश भर के छात्रों में विवि प्रशासन के प्रति भयंकर रोष है | 



 उन्होंने कहा कि 2013 में लागू किए गए रूसा सीबीसीएस के साथ ही यूजी के सभी संकायों में पर्यावरण विज्ञान विषय शुरू जरूर किया गया,  मगर आज तक किसी भी कॉलेज में इस विषय को पढ़ाने के लिए प्रोफेसर की नियुक्ति नहीं हुई है | यूजी प्रथम वर्ष के परिणामों में इसी विषय के अधिकतर छात्र फेल हुए हैं | डिग्री लेने के लिए इस विषय में छात्र का पास होना जरूरी किया गया है | शिक्षा विभाग, विश्वविद्यालय ने इस विषय को पढ़ाने के लिए कॉलेज में शिक्षक तक की व्यवस्था नहीं की | यह सब कॉलेजों पर छोड़ रखा है कि बिना शिक्षक के वे इस ईवीएस विषय को पढ़ाएं, विश्वविद्यालय सिर्फ उसे चेक करने की व्यवस्था देखेगा | सवाल यह है कि जब कॉलेजों में इस विषय को पढ़ाने वाला शिक्षक नहीं है तो इस विषय की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन विवि किस से करवाता आ रहा है |












आशीष ने विवि प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आने वाले 7 दिनों में विवि प्रशासन यूजी के परीक्षा परिणामों में आ रही अनियमितताओं को जल्द से जल्द दुरुस्त नहीं करता है तो आने वाले समय में विद्यार्थी परिषद विवि के किसी भी अधिकारी को विवि के अंदर घुसने नहीं देगी और इस सब के लिए विवि प्रशासन जिम्मेदार रहेगा | 






सोमवार, 28 नवंबर 2022

अंडर-17 क्लब फुटबॉल चैंपियनशिप: *टेक्ट्रो यूनाइटेड फुटबॉल क्लब के नाम रहा अंडर-17 फुटबॉल का खिताब* फाइनल मुकाबले में हिमालयन एफसी को पेनल्टी शूट में हराया

 अंडर-17 क्लब फुटबॉल चैंपियनशिप:

*टेक्ट्रो यूनाइटेड फुटबॉल क्लब के नाम रहा अंडर-17 फुटबॉल का खिताब*

फाइनल मुकाबले में हिमालयन एफसी को पेनल्टी शूट में हराया



*सत्यदेव शर्मा सहोड़*


ऊना। हिमाचल प्रदेश फुटबॉल संघ द्वारा पहली बार करवाई गई लडक़ों की अंडर-17 क्लब फुटबॉल चैंपियनशिप का खिताब टेक्ट्रो यूनाइटेड फुटबॉल क्लब ने जीती। यहां इंदिरा गांधी खेल मैदान में हुए चैंपियनशिप के बेहद रोमांचकारी फाइनल में टेक्ट्रो ने हिमालयन एफसी किन्नौर को पेनल्टी शूट में 3-2 से हराया। हिमाचल प्रदेश फुटबॉल संघ के मीडिया कोऑर्डिनेटर सत्यदेव शर्मा ने बताया कि फाइनल मुकाबले में पहले हॉफ में हिमालयन एफसी किन्नौर ने एक-शून्य बढ़त बनाए रखी। दूसरे हाफ में टेक्ट्रो की टीम ने आक्रामक खेल दिखाते हुए मैच के 52वें मिनट में गोल करके टीम को बराबरी पर ला खड़ा किया। मैच समाप्त होने तक दोनों टीमें एक-एक के स्कोर की बराबरी पर रहीं। इसके बाद पेनल्टी शूट के जरिए विजेता टीम का फैसला किया गया। जिसमें टेक्ट्रो की टीम ने 3-2 से विजयी प्राप्त की। चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में पूर्व संतोष ट्रॉफी खिलाड़ी रणजीत सिंह राणा बतौर चीफ गेस्ट उपस्थित हुए। उन्होंने विजेता तथा उपविजेता टीमों को ट्रॉफी और मेडल देकर सम्मानित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में हिमाचल में फुटबॉल खेल का स्तर काफी ऊंचा हुआ है। हिमाचल प्रदेश फुटबॉल संघ लगातार किसी न किसी जिले में प्रतियोगिताएं करवा कर युवाओं को आगे लाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि जिला ऊना में फुटबॉल खेल को एक जनून की तरह खेला जाता है। यहां हर गांव में फुटबॉल की एक ललक हर युवा में देखी जाती है। इस मौके पर बोलते हुए हिमाचल प्रदेश फुटबॉल संघ के महासचिव दीपक शर्मा ने कहा कि इस चैंपियनशिप की विजेता तथा उपविजेता टीमें राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली लडक़ों की अंडर-17 फुटबॉल चैंपियनशिप में हिस्सा लेगी। उन्होंने बताया कि जल्द ही जिला में लड़कियों की अंडर-17 फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।

*बेस्ट प्लेयर, गोलकीपर और स्कोरर*

चैंपियनशिप में सर्वश्रेष्ठ प्लेयर, गोलकीपर और स्कोरर भी चुने गए। फाइनल मुकाबले के बाद टेक्ट्रो यूनाइटेड फुटबॉल क्लब के केतन को बेस्ट स्कोरर चुना गया। केतन ने टीम के लगातार तीन गोल किए। जबकि टेक्ट्रो की टीम से ही साहिल को बेस्ट गोलकीपर के खिताब के लिए चुना गया। इसी तरह हिमालयन फुटबॉल क्लब के टी. वेफई को बेस्ट प्लेयर का खिताब दिया गया। इन तीनों को संघ की ओर से ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया।

*इन्होंने दर्ज करवाई उपस्थिती*

चैंपियनशिप के फाइनल मौके पर जिला फुटबॉल संघ के अध्यक्ष जितेंद्र सैनी, महासचिव सुखविंदर सैनी, पूर्व संतोष ट्रॉफी प्लेयर सुरेश मान, जिला खेल अधिकारी चंद्र मोहन शर्मा, शुभम गुरुंग, कश्मीर सिंह, मंगत राम, जगदीश, नीरज, तुषार, आशुतोष, तिलक राज सैनी समेत कई खेल प्रेमी उपस्थित रहे।



रविवार, 27 नवंबर 2022

हिमाचल प्रदेश बिलियर्ड्स एंड स्नूकर एसोसिएशन के तत्वाधान में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का समापन

 हिमाचल प्रदेश बिलियर्ड्स एंड स्नूकर एसोसिएशन के तत्वाधान में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का समापन 



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सुंदर नगर।

हिमाचल प्रदेश बिलियर्ड्स एंड स्नूकर एसोसिएशन के तत्वाधान में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का समापन रविवार को सुंदरनगर के चाक दा क्यू में विधिवत रूप से हुआ। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि गुरमुख सिंह ठाकुर अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश ने शिरकत की।कृषि विभाग के सीड सर्टिफिकेशन एंड ऑर्गेनिक प्रोड्यूस एजेंसी शिमला से डायरेक्टर पद से सेवानिवृत्त हुए डॉक्टर संजय मारवाह विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि का एसोसिएशन के पदाधिकारियों की ओर से सम्मानित करके प्रतियोगिता के सफल आयोजन पर बधाई दी। इसका विभिन्न चरणों में आयोजित किया गया। जिसमें सब जूनियर जूनियर सीनियर 6 रेड और 15 रेड जिसमें सब जूनियर वर्ग में अथर्व पूरी और अरनव शर्मा का नेशनल चैंपियनशिप के लिए चयन हुआ है । जूनियर वर्ग में कमल पठानिया और इशांत हिमाचल प्रदेश का नेशनल चैंपियनशिप में प्रतिनिधित्व करेंगे। सीनियर वर्ग में 6 रेड में चिराग मारवाह और अंकुर खुल्लर अपना प्रदर्शन नेशनल चैंपियनशिप में करेंगे। इसके अलावा 15 रेड में चिराग और राजेश ठाकुर मध्य प्रदेश के इंदौर शहर की सेज यूनिवर्सिटी में नेशनल चैंपियनशिप में भाग लेंगे। यह 9 दिन चली इस प्रतियोगिता में कांगड़ा सोलन मंडी कुल्लू किन्नौर और ऊना के तकरीबन 100 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। जिनका निर्णायक मंडल की पैनी निगाहों से खरा उतरकर आगे नेशनल चैंपियनशिप के लिए सिलेक्शन हुआ है । इस प्रतियोगिता के सफल आयोजन में एसोसिएशन के पदाधिकारियों में महासचिव डॉ मनीष राणा चैंपियनशिप के आयोजन समिति में अध्यक्ष मोहित बंसल के अलावा अनूप धीमान मनीष राणा निर्णायक मंडल की भूमिका में रहे। भारतीय बिलियर्ड्स एंड स्नूकर फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव महासचिव सुनील बजाज के दिशा निर्देश के तहत बहुत ही जल्द हिमाचल में प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिसमें बच्चों और प्रशिक्षित को अंतरराष्ट्रीय स्तर के गुर सिखाए जाएंगे और आवश्यक टिप्स भी दिए जाएंगे।




बिजली बोर्ड सुंदरनगर के सामुदायिक भवन में मासिक सत्संग के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें श्री सुधांशु जी महाराज के प्रवचनों

 बिजली बोर्ड सुंदरनगर के सामुदायिक भवन में मासिक सत्संग के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें श्री सुधांशु जी महाराज के प्रवचनों



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सुंदरनगर।

बिजली बोर्ड सुंदरनगर के सामुदायिक भवन में मासिक सत्संग के तहत

कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें श्री सुधांशु जी महाराज के प्रवचनों

से भक्तजनों को निहाल किया गया। विश्व जागृति मिशन मंडल सुंदरनगर के

प्रधान प्यारेलाल गुप्ता ने अपने संगीतमय अंदाज में भक्तजनों को श्री

सुधांशु जी महाराज के प्रवचनों से अवगत करवाया और मनमोहक प्रस्तुतियां

पेश करके भक्तों को खूब मनोरंजन किया। उन्होंने इस अवसर पर गुरु की महिमा

का व्याख्यान अपने संगीतमय अंदाज में प्रस्तुत करते हुए आह्वान किया कि

गुरु के बिना इस मानव जीवन में किसी की भी गति संभव नहीं है। इसलिए सभी

गुरु के बताए गए सत मार्ग पर चलकर अपने जीवन को सफल बनाएं। उन्होंने कहा

कि मासिक रूप में जिन भी भक्त जनों के जन्मदिन शादी की सालगिरह सहित अन्य

कार्यक्रम होते हैं। वह इस तरह के कार्यक्रमों में शामिल होकर ऐसे महान

विभूतियों को विश्व जागृति मिशन सुंदरनगर मंडल की ओर से श्री सुधांशु जी

महाराज के दिशा.निर्देशों के तहत मालाएं देकर सम्मानित किया जाता है।

प्यारेलाल गुप्ता के अनुसार मई 2023 में श्री सुधांशु जी महाराज सुंदरनगर

में शिरकत करेंगे। जिसको लेकर मंडल सुंदरनगर इन दिनों कार्यक्रम की

तैयारियों को लेकर रणनीति बनाने में भी जुड़ा हुआ है। इस अवसर पर मंडल

सुंदरनगर के महामंत्री अनिल गुप्ता ने बताया कि मिशन की ओर से हर माह के

अंतिम रविवार को मासिक सत्संग का आयोजन किया जाता है और इस दौरान एक

विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जाता है। जिसमें सभी भक्तजन प्रसाद ग्रहण

करके श्री सुधांशु जी महाराज का आशीर्वाद लेकर अपने कर्मों को कमाकर नेकी

कर रहे हैं। बताया कि श्री सुधांशूजी महाराज जी के प्रवचनों के अनुसार हर

मनुष्य को अपने कर्मों के अनुसार फल भुगतना होता है। जो अच्छे और बुरे

कर्मों का हिसाब हम सबको मृत्यु के बाद ऊपर भगवान के पास देना पड़ता है।

31 दिसंबर को भी सत्संग का आयोजन किया जाएगा। जिसमें उन्होंने भक्तजनों

से बढ़ चढ़कर कार्यक्रम में भाग लेने की अपील की है। कार्यक्रम में

वरिष्ठ उपप्रधान रोशनलाल कपूर उपप्रधान बिहारी लाल गुप्ता महामंत्री अनिल

गुप्ता महिला मंडल सलाहकार सुधा, राम दास, शिव राम सैनी समेत अन्य

गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।



*अंडर-17 क्लब फुटबॉल चैंपियनशिप:* टेक्ट्रो और हिमालयन एफसी में होगा फाइनल मुकाबला

 *अंडर-17 क्लब फुटबॉल चैंपियनशिप:*

टेक्ट्रो और हिमालयन एफसी में होगा फाइनल मुकाबला


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*सत्यदेव शर्मा सहोड़*

ऊना। हिमाचल प्रदेश फुटबॉल संघ द्वारा जिला फुटबॉल संघ के सहयोग से करवाई जा रही अंडर-17 क्लब फुटबॉल चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला पूल- ए की टॉप टीम टेक्ट्रो एफसी और पूल- बी की टॉप टीम हिमालयन एफसी के बीच खेला जाएगा। चैंपियनशिप में पूल- ए से टेक्ट्रो एफसी की टीम ने सर्वाधिक मैच जीतकर टॉप में जगह बनाई। जबकि पूल-बी से हिमालयन एफसी की टीम ने अपने पूल से सभी मैच जीतकर टॉप पर जगह बनाई। दोनों पूलों की टॉप की टीमें कल आपस में भिड़ेंगी।





आज यहां इंदिरा गांधी खेल मैदान में चैंपियनशिप के तीसरे दिन रविवार को टैक्ट्रो एफसी ने वेंगा बॉयज कुल्लू को 15 से मुकाबले एक गोल से पराजित किया। टैक्ट्रो की टीम ने पूरे मैच में वेंगा बॉयज कुल्लू को एकतरफा खेल दिखाते हुए बॉल पर अपना कब्जा बनाए रखा और लगातार गोल करते रहे। दूसरे मैच में नॉर्दन एफसी मंडी ने साईं कांगड़ा की टीम को 4-0 से पराजित किया। हालांकि नॉर्दन एफसी को भी चैंपियनशिप की प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन नॉर्दन की टीम अपना स्वाभाविक खेल इस चैंपियनशिप में नहीं दिखा पाई।



तीसरा मैच हिमालयन एफसी किन्नौर और गोलाजो एफसी हमीरपुर की मध्य हुआ। किन्नौर ने इसमें एकतरफा खेल दिखाते हुए गोलाजो को 8-0 से पराजित किया। चैंपियनशिप के तीसरे दिन का आखिरी मैच खड्ड एफसी ऊना और हिमाचल फुटबॉल क्लब के मध्य खेला गया। हिमाचल फुटबॉल क्लब ने खड्ड एफसी को 7-1 से पराजित किया। हिमाचल फुटबॉल क्लब जीतकर भी फाइनल में जगह नहीं बनाई। बेहतर गोल एवरेज के आधार पर हिमालयन फुटबॉल क्लब ने चैंपियनशिप के फाइनल में जगह पक्की की। हिमाचल प्रदेश फुटबॉल संघ के मीडिया कोऑर्डिनेटर सत्यदेव शर्मा ने बताया कि चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला 28 नवंबर को सुबह 11:00 बजे इंदिरा गांधी खेल मैदान में ही खेला जाएगा।



*अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 68वां राष्ट्रीय अधिवेशन जयपुर (राजस्थान) में हुआ संपन्न* हिमाचल प्रदेश के इन कार्यकर्ताओं को मिली जिमेवारियाँ



*अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 68वां राष्ट्रीय अधिवेशन जयपुर (राजस्थान) में हुआ संपन्न*


हिमाचल प्रदेश के इन कार्यकर्ताओं को मिली जिमेवारियाँ 



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दिनांक 27/11/22


अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 68वां राष्ट्रीय अधिवेशन महाराणा प्रताप नगर, जयपुर में संपन्न हुआ। इसमें वर्ष 2022-23 की नव कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें हिमाचल प्रदेश के कार्यकर्ताओं को भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में दायित्व मिले।

*राष्ट्रीय उपाध्यक्ष* डॉ प्रदीप कुमार (धर्मशाला)

*राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य*

डॉ नागेश ठाकुर (शिमला) 

कोमल वेकटा (धर्मशाला) 

*प्रदेश संगठन मंत्री* 

गौरव अत्री (शिमला) 

*राष्ट्रीय कला मंच राष्ट्रीय संयोजिका* 

गुंजन ठाकुर (शिमला) 

*राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य*

डॉ रमेश ठाकुर (शिमला) 

शिल्पा कुमारी (शिमला) 

अमन राणा (शिमला) 

अभिनव (मंडी)


प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने बताया की अभाविप का 68वां राष्ट्रीय अधिवेशन 18 साल बाद गुलाबी नगरी, जयपुर में आयोजित किया गया। अधिवेशन में कुल पांच प्रस्ताव पारित किए गए, जो शिक्षा संबंधी प्रस्ताव; पीएफआई पर भारत सरकार द्वारा बैन लगाए जाने पर अभाविप के समर्थन को लेकर बिंदु, जी–20 की भारत देश द्वारा अध्यक्षता के क्रम में इस मंच के माध्यम से विश्व‌ को भारतीय मूल्यों से अवगत कराने आदि से संबंधित विषयों पर केन्द्रित हैं। इस युवाओं के महाकुंभ में भारत के साथ नेपाल और भूटान के साथ दुनिया के कई दूसरे देश से भी प्रतिनिधि हिस्सा लेने आये थे। जिन्होंने शिक्षा और राष्ट्र के साथ समाज के ज्वलंत मुद्दों पर मंथन और चिंतन किया। इस राष्ट्रीय अधिवेशन में पूरे भारत के प्रत्येक राज्य से कार्यकर्ता शामिल हुए थे।



प्रदेश मंत्री ने बताया की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अपने पूर्व के सभी कीर्तिमानों को ध्वस्त करते हुए नया इतिहास रचा है, विद्यार्थी परिषद की सदस्यता 45 लाख पार कर गई है। विद्यार्थी परिषद के साढ़े सात दशक में कभी भी इतनी सदस्यता नहीं हुई थी। इस प्रकार एक बार फिर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन का गौरव बरकरार रखते हुए ऐतिहासिक सदस्यता की है।




2 दिसंबर को मज़दूरों की मांगोंके लिए सीटू करेगी प्रदर्शन आंगनवाड़ी को प्री नर्सरी टीचर लगाने और मनरेगा मज़दूरों को 350 रु मज़दूरी दे सरकार

 2 दिसंबर को मज़दूरों की मांगोंके लिए सीटू करेगी प्रदर्शन


आंगनवाड़ी को प्री नर्सरी टीचर लगाने और मनरेगा मज़दूरों को 350 रु मज़दूरी दे सरकार




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मंडी:मज़दूर संगठन सीटू के हिमाचल प्रदेश राज्य कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक मंडी में आयोजित की गई।जिसकी अध्यक्षता राज्य अध्यक्ष विजेंद्र मैहरा ने की और राष्ट्रीय सचिव डॉक्टर कश्मीर सिंह ठाकुर विशेष तौर पर बैठक में उपस्थित हुए।बैठक में आंगनवाड़ी, मिड डे मील, मनरेगा और निर्माण मज़दूरों, रेहड़ी फहड़ी, आउटसोर्स, फोरलेन, सफ़ाई, सीवरेज, इंडस्ट्री, सीमेंट, होटल और पनबिजली तथा बीआरओ मज़दूरों की मांगों बारे चर्चा की गई और इन्हें हल करवाने के लिए राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर संघर्ष छेड़ने का निर्णय लिया गया।आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्री नर्सरी में भर्ती करने की मांग को लेकर नई सरकार बनने पर मुद्दा उठाया जाएगा और उससे पहले वरकरों को यूनियन में सदस्य बनाने के लिए माह दिसंबर और जनवरी में अभियान चलाया जाएगा।मनरेगा में 120 दिनों का रोज़गार और 350रु मज़दूरी देने के लिए अभियान चलाया जाएगा।इसके अलावा राज्य श्रमिक कल्याण बोर्ड के लाभों को बहाल करने के लिए बोर्ड कार्यालय की घेराबंदी माह मार्च में की जायेगी जिसकी योजना 25 दिसंबर को हमीरपुर में होने वाली राज्य कमेटी की मीटिंग में बनाई जायेगी।सीटू नई सरकार के समक्ष ऑउटसोर्स मज़दूरों के लिए नीति बनाने के लिए मांग उठाएगी।मीटिंग में आगामी 2 दिसंबर को केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर ज़िला स्तर पर प्रदर्शन किया जायेगा। 6 जनवरी को आंगनवाड़ी, मिड डे मील और आशा वरकरों की यूनियनें अपने अपने क्षेत्र के सांसद/एमपी कार्यालय तक मार्च करेंगे और उन्हें माँग पत्र सौंपेंगे।इसके अलावा 5 अप्रैल को मज़दूरों और किसानों के संगठन सँयुक्त रूप में संसद पर दिल्ली में सयुंक्त रूप में मार्च व प्रदर्शन करेंगे जिसके लिए सभी मज़दूरों की यूनियनों की मीटिंगे दिसंबर माह में आयोजित करने की योजना बनाई गई।आंगनवाड़ी यूनियन का राष्ट्रीय सम्मेलन 6-10 दिसंबर को मदुरै-तमिलनाडु ,निर्माण मज़दूर फेडरेशन के13-15 फ़रवरी गुहाटी-आसाम में तथा 18-22 जनवरी को बंगरुरु-कर्नाटक में होने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन के लिए प्रतिनिधियों का भी चयन किया गया। बैठक में डॉक्टर कश्मीर सिंह, विजेंद्र मैहरा के अलावा राज्य महासचिव प्रेम गौतम, जगत राम, भूपेंद्र सिंह, राजेश शर्मा, रविन्द्र कुमार,केवल सिंह, अजय दुल्टा,राजेश ठाकुर, जोगिंदर कुमार, एन डी रनोट, अशोक कटोच, सुदेश ठाकुर और विना शर्मा मौजूद रहे।






शनिवार, 26 नवंबर 2022

राजकीय माध्यमिक पाठशाला छातर संविधान दिवस बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया

 राजकीय माध्यमिक पाठशाला छातर संविधान दिवस बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया



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कनैड

 आज राजकीय माध्यमिक पाठशाला छातर संविधान दिवस बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अधिवक्ता प्रकाश चंद बंसल रहे मुख्य अतिथि ने बच्चों को एक छोटी प्रस्तावना भी भेंट करें और स्कूल के लिए एक बड़ी प्रस्तावना और सावित्रीबाई फुले की एक तस्वीर भी भेंट की और इसी उपलक्ष पर स्कूल के मुख्याध्यापक में मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भी दिया मुख्य अतिथि प्रकाश चंद बंसल ने बच्चों को संविधान की प्रस्तावना के बारे में बताया और संविधान के हर एक पहलू को छुआ जो स्कूल के बच्चों के भविष्य के लिए बहुत जरूरी है उन्होंने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर और उनके द्वारा किए गए उन सभी प्रयासों को बच्चों के बीच में बताया ताकि बच्चे भविष्य में पढ़ लिख कर आगे बढ़े और एक अच्छे राष्ट्र का निर्माण कर सकें इसी उपलक्ष पर माध्यमिक पाठशाला के मुख्य अध्यापक रमेश कुमार ने भी बच्चों को बताया कि संविधान देश का सबसे बड़ा ग्रंथ है जिसके आगे सभी व्यक्ति सम्मान हैं और किसी भी व्यक्ति के साथ रंग नस्ल जाति के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता और इस कार्यक्रम में एसएमसी के प्रधान राजेंद्र कुमार अध्यापिका मंजू लता, नीलम मल्टीटास्क में काम करने वाली पवना देवी, गीता देवी आदि शामिल रहे